Swami Vivekananda Scholarship for Academic Excellence Scheme | स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना: विदेशी संस्थानों की सीटें खाली, भारतीय टॉप संस्थानों में 456 आवेदन, 286 का चयन – Jaipur News
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स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना में इस वर्ष बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारतीय संस्थानों की सभी चयनित सीटों पर केवल 8 लाख रुपए सालाना से कम आय वाले छात्रों का ही चयन हुआ है। सरकार की नई गाइडलाइन के कारण यह बदलाव सामने आया है।
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नई गाइडलाइन के तहत सरकार ने छात्रों को आय के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा है। इसमें 8 लाख रुपए तक, 8 से 25 लाख तक और 25 लाख रुपए से अधिक सालाना आय वाले शामिल किए गए हैं। इस वर्ष फेज-1 और फेज-2 को मिलाकर देश के टॉप 50 भारतीय संस्थानों में कुल 286 छात्रों का चयन हुआ है। इसके लिए कुल 456 आवेदन प्राप्त हुए थे। उल्लेखनीय है कि चयनित सभी 286 छात्र 8 लाख रुपए से कम वार्षिक आय वर्ग से हैं।
सरकार ने योजना में बदलाव करते हुए 8 लाख से अधिक आय वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली ट्यूशन फीस सहायता में भी कटौती की है। 8 से 25 लाख रुपए सालाना आय वाले छात्रों के लिए ट्यूशन फीस में 15% और 25 लाख रुपए से अधिक आय वालों के लिए 30% की कटौती की गई है। इस वर्ष अब तक कुल 373 छात्रों का चयन हो चुका है।
विदेशी संस्थानों की 150 सीटें भरना बना चुनौती
- विदेशी संस्थानों में पढ़ाई के लिए छात्रों की संख्या में इस बार कमी आई। नई गाइडलाइन अनुसार 500 सीटों में से 350 सीटें भारतीय व 150 सीटें विदेशी संस्थानों के लिए निर्धारित की हैं।
- भारत में एनआईआरएफ रैंकिंग के टॉप 50 और विदेश में टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग के टॉप 50 संस्थानों में प्रवेश के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है।
- योजना के माध्यम से छात्र ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका और सिंगापुर के संस्थानों में अधिक आवेदन कर रहे हैं, लेकिन फिर भी विदेशी सीटें पूरी तरह भर पाना मुश्किल दिख रहा है।
- फेज-1 में विदेशी संस्थानों के लिए केवल 24 और फेज-2 में अब तक 63 छात्रों का ही चयन हुआ है। दूसरे फेज की प्रक्रिया अभी जारी है।
“स्कॉलरशिप का फायदा जरूरतमंद छात्रों को ज्यादा से ज्यादा मिले इसी उद्देश्य से बदलाव किए गए हैं। देश के नामी संस्थानों में भी छात्र पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप ले रहे हैं।”
-डॉ. ओम प्रकाश बैरवा, आयुक्त कॉलेज शिक्षा विभाग

