State government universities are running without teachers. | बिना शिक्षकों के चल रहे प्रदेश के सरकारी विश्वविद्यालय: 18 में से 10 विवि में 100 प्रतिशत पद खाली, बाकी 40 फीसदी स्टाफ के भरोसे – Jaipur News



प्रदेश में उच्च शिक्षा की डिग्रियां दे रहे सरकारी विश्वविद्यालयों की हालत चिंताजनक है। सरकारी विश्वविद्यालयों में न तो शिक्षक हैं और ना ही कामकाज करने वाले बाबू। भास्कर ने 18 सरकारी विश्वविद्यालयों की पड़ताल की तो सामने आया कि 10 सरकारी विश्वविद्यालय

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विश्वविद्यालयों ने भर्ती की डिमांड राज्य सरकार को भेज रखी है, लेकिन ज्यादातर में पिछले दो साल में कोई भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति कैसे लागू हो रही है, कैसे छात्रों को पढ़ाया जा रहा है और किस तरह डिग्रियां बांटी जा रही हैं, इन सब पर सवाल खड़े होते हैं।

कहीं रोस्टर तो कहीं वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति से अटकी

प्रदेश के विश्वविद्यालय शैक्षणिक और अशैक्षणिक पदों पर भर्तियों के लिए लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं। सरकार की ओर से सेंक्शन पोस्ट के लिए भी वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृतियां जारी नहीं हो पा रही है। दूसरी ओर विश्वविद्यालयों का रोस्टर भी सिंडिकेट से पारित नहीं हो रहा। सरकार ने स्वीकृतियां दे दी हैं, वहां भी विश्वविद्यालयों द्वारा भर्ती में लेटलतीफी हो रही है। संस्कृत विवि को अक्टूबर, 2024 में 16 शैक्षणिक व अशैक्षणिक पदों को भरने की स्वीकृति जारी हुई थी। लेकिन नतीजा जीरो है।

“राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों में शिक्षकों व कर्मचारियों के पद बड़ी संख्या में खाली होना चिंताजनक है। कोठारी कमीशन के अनुसार शिक्षक- छात्र अनुपात 1:20 होना चाहिए। नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन तभी हो सकता है, जब सरकार चरणबद्ध तरीके से खाली पदों को भरे।” – प्रो. आर. के. कोठारी, पूर्व कुलपति, राजस्थान विवि



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IMD Weather Update; Rajasthan UP MP Bihar Cold Wave fog Alert | uttarakhand himachal pradesh snowfall | यूपी के 68 जिलों में घना कोहरा, 50 ट्रेनें लेट: MP के 25 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे; हिमाचल-उत्तराखंड में बर्फबारी


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11 मिनट पहले

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पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ गई है। मौसम विभाग ने शनिवार को यूपी के 68 जिलों शीतलहर अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कोहरा इतना घना होगा कि विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच सकती है।

कोहरे की वजह से प्रयागराज, देवरिया समेत कई रेलवे स्टेशनों पर 50 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं। गोरखपुर, वाराणसी समेत कई एयरपोर्ट्स पर 10 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हैं। कई देरी से उड़ान भर रही हैं।

एपी में करीब 25 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे है। कोहरे के कारण दिल्ली से भोपाल, इंदौर और उज्जैन की ओर आने वाली कई ट्रेनें तय समय से देरी से चल रही हैं।

मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल-उत्तराखंड में 30 और 31 दिसंबर को बर्फबारी होने की संभावना है। वहीं शनिवार को 19 राज्यों में शीतलहर और कोहरे की चेतावनी है।

देश में मौसम से जुड़ी 2 तस्वीरें…

उत्तराखंड: हरिद्वार में सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है।

उत्तराखंड: हरिद्वार में सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है।

राजस्थान: कोटा के ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार सुबह धुंध छाई रही। खेतों में ओस की बूंदें जम गईं।

राजस्थान: कोटा के ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार सुबह धुंध छाई रही। खेतों में ओस की बूंदें जम गईं।

28 दिसंबर: ठंडी हवाएं बढ़ाएंगी सर्दी, रातें ज्यादा सर्द

  • पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में कोहरे के साथ ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। कोल्ड-डे जैसी स्थिति रहेगी। कोल्ड डे एक मौसम संबंधी स्थिति है जब किसी स्थान का न्यूनतम तापमान 10°C से कम हो, और दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5°C से 6.4°C तक कम हो जाता है, जिससे बहुत ज्यादा ठंड महसूस होती है
  • जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी तेज हो सकती है, जबकि निचले इलाकों में बारिश के आसार हैं।

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A child suffering from congenital deformity will be treated in Jaipur. | जन्मजात विकृति से ग्रसित बच्चे का जयपुर में होगा इलाज – Jaipur News


झालावाड़ | जन्मजात विकृति से ग्रसित जिले के निवासी 2 साल के राघव का अब मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत जयपुर में निशुल्क उपचार होगा।

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शुक्रवार को यहां डाक बंगले में जनसुनवाई कर रही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं सांसद दुष्यंत सिंह के सामने यह मामला आया तो उन्होंने बच्चे का शीघ्र उपचार कराने के निर्देश दिए।



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Khabar Hatke: UK Police Launch High-Tech Magnetic Hijab; China Village Fines Couples for Early Babies | खबर हटके- शादी के बाद जल्दी बच्चा होने पर जुर्माना: महिला पुलिस के लिए हाई-टेक हिजाब लॉन्च; कबूतर को दाना खिलाने पर मिली सजा


चीन के एक गांव में जल्दी बच्चा पैदा होने पर जुर्माने लगाने का नियम लागू किया गया है। वहीं ब्रिटेन में महिला पुलिस के लिए हाई-टेक हिजाब लॉन्च हुआ है। उधर एक शख्स को कोर्ट ने कबूतर को दाना खिलाने पर सजा सुनाई है।

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तो ये थी आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ…

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रिसर्च सहयोग: किशन कुमार

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Salman Khan Birthday Interesting Facts; Net Worth | Rekha – Indore Mumbai | सलमान खान@60; बड़ी अम्मी ने कुएं में धक्का दिया था: रेखा का पीछा करते थे, ₹10 लाख कमाना था सपना, आज ₹2900 करोड़ के मालिक


4 मिनट पहलेलेखक: अभय पांडेय और अमित कर्ण

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सलमान खान ने अपनी स्कूली शिक्षा सिंधिया स्कूल (ग्वालियर) और सेंट स्टैनिस्लॉस हाई स्कूल (मुंबई) से की है। - Dainik Bhaskar

सलमान खान ने अपनी स्कूली शिक्षा सिंधिया स्कूल (ग्वालियर) और सेंट स्टैनिस्लॉस हाई स्कूल (मुंबई) से की है।

उसकी डायलॉग डिलीवरी में ठहराव, स्टाइल में दबंग अंदाज और स्क्रीन पर रौबदार मौजूदगी, जो दिल तक उतर जाती है। हाथों में उसका सिल्वर ब्रेसलेट अक्सर चमकता दिखता है और उसकी चाल में अलग स्वैग होता है।

फिल्मी गलियारों में कुछ लोग कहते हैं कि वह सेट पर लेट आते हैं, लेकिन उन्हीं के बारे में बॉलीवुड एक्टर गोविंदा कहते हैं कि जब कोई मुसीबत में होता है, तो वो सबसे पहले हाजिर होता है। जी हम बात कर रहे बॉलीवुड भाईजान यानी सलमान खान की।

आज सलमान खान के बर्थडे के खास मौके पर आइए उनकी जिंदगी को करीब से छूते हैं-

सलमान खान के पिता सलीम खान इंदौर के हैं और उनका जन्म भी इंदौर में हुआ था। स्कूल की छुट्टियों में बचपन के दिनों में वह अक्सर इंदौर आते थे। यह बात 1980 के दशक की है। छुट्टियों के दौरान वह ज्यादातर समय साइकिल और मोटरसाइकिल चलाते हुए बिताते थे। गाड़ी चलाने का शौक सलमान को इंदौर से ही लगा। इंदौर की सड़कों पर उन्होंने ड्राइविंग सीखी।

आम तोड़ना भी उनका पसंदीदा काम था। कच्चे आम वह नमक के साथ खाते थे। जामुन खाना भी उन्हें बहुत पसंद था। सलमान ने तैरना भी इंदौर में ही सीखा और तैराकी से जुड़ा यह किस्सा काफी दिलचस्प है।

दरअसल, जसीम खान द्वारा सलमान पर लिखी किताब बीइंग सलमान में उनके करीबी रिश्तेदार ने बताया था कि बचपन में सलमान तैरने से डरते थे। एक दिन उनकी बड़ी अम्मी ने उन्हें रस्सी से बांधा और मोहल्ले के कुएं में धक्का दे दिया। इसी तरह सलमान ने तैरना सीखा था।

रेखा को साइकिल से फॉलो किया करते थे

सलमान बचपन में एक्ट्रेस रेखा के दीवाने हुआ करते थे। सलमान उन पर इतने फिदा थे कि साइकिल से उनका पीछा तक किया करते थे।

इस किस्से का खुलासा खुद रेखा ने रियलिटी शो बिग बॉस सीजन 8 में किया था। जब रेखा शो में मेहमान बनकर पहुंचीं, तो उन्होंने सलमान के बचपन की यह मजेदार याद शेयर की थी।

रेखा ने बताया था, “मैं सुबह-सुबह वॉक पर जाया करती थी। उस वक्त सलमान 6–7 या 8 साल के थे। वह साइकिल चलाते थे। मैं आगे चलती थी और वह मेरे पीछे-पीछे आते थे। उन्हें तब पता ही नहीं था कि उसी वक्त उन्हें मुझसे इश्क हो गया था।”

सलमान खान और रेखा ने फिल्म बीवी हो तो ऐसी में साथ काम किया था। इसके अलावा, दोनों ने 2018 की फिल्म यमला पगला दीवाना: फिर से के गाने ‘रफ्ता रफ्ता’ में स्पेशल परफॉर्मेंस दी थी।

सलमान खान और रेखा ने फिल्म बीवी हो तो ऐसी में साथ काम किया था। इसके अलावा, दोनों ने 2018 की फिल्म यमला पगला दीवाना: फिर से के गाने ‘रफ्ता रफ्ता’ में स्पेशल परफॉर्मेंस दी थी।

रेखा ने आगे कहा था कि घर जाकर सलमान ने अपने परिवार से कहा था कि जब वह बड़े होंगे तो उसी लड़की से शादी करेंगे। यह सुनते ही शो के दौरान सलमान शर्मा गए और मुस्कुराते हुए बोले, “शायद इसी वजह से मेरी शादी नहीं हुई।”

इस पर रेखा ने मजाकिया अंदाज में उन्हें टोकते हुए कहा, “नहीं-नहीं, मैंने इसीलिए शादी नहीं की।”

घरवालों से छिपकर जिम जाते थे सलमान

सलमान खान बॉलीवुड में फिटनेस और बॉडी-बिल्डिंग के सबसे बड़े प्रेरणा स्रोतों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत से ही भारतीय सिनेमा में सिक्स-पैक एब्स और मस्कुलर फिजिक का चलन शुरू किया।

सलमान बचपन में दुबले-पतले थे, लेकिन इंदौर में ही उन्होंने बॉडी बिल्डिंग की तरफ रुझान विकसित किया। परिवार के लोगों को कसरत करते देख वे भी एक्सरसाइज करने लगे। इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़ाई के दौरान भी सलमान जब भी शहर आते, जिम जाना नहीं छोड़ते थे।

वहीं, मुंबई में सलमान हर सुबह समुद्र किनारे स्थित होटल सी रॉक में स्विमिंग और जिम करते थे। इसी होटल के जिम में सलमान की मुलाकात मोहनीश बहल से हुई, जो आगे चलकर हम आपके हैं कौन..! और मैंने प्यार किया जैसी सुपरहिट फिल्मों में उनके साथ नजर आए।

सलमान खान आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन वर्कआउट करते हैं। वे हर दिन करीब 45 मिनट से 1 घंटे तक ट्रेनिंग करते हैं।

सलमान खान आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन वर्कआउट करते हैं। वे हर दिन करीब 45 मिनट से 1 घंटे तक ट्रेनिंग करते हैं।

किताब बीइंग सलमान के अनुसार, मोहनीश ने बताया था, “हम दोनों को बॉडी बिल्डिंग का शौक था, वहीं हमारी दोस्ती हुई। सलमान ने कहा था कि वह हीरो बनना चाहता है। मैंने मजाक में कहा, जब संजय दत्त की फिल्में नहीं चल रहीं, तो तू क्या करेगा? लेकिन उसमें सिनेमा का जुनून था, वही उसकी पहचान बन गया।

मोहनीश ने यह भी बताया था कि उस समय सलमान का परिवार नहीं मानता था कि वह एक सफल एक्टर बन सकते हैं। वह जिम घरवालों से छिपकर जाते थे। अगर कोई परिचित देख लेता, तो उसे 100 रुपए देकर मना लेते थे कि घर पर कुछ न बताए।

कैसे मिली थी सलमान को उनकी पहली फिल्म

दैनिक भास्कर के साथ हाल ही में बातचीत में सलमान की पहली फिल्म बीवी हो तो ऐसी के डायरेक्टर जे.के. बिहारी ने उनके संघर्ष और सादगी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से शेयर किए।

बिहारी ने बताया कि सलमान का सफर किसी स्टार किड की तरह नहीं, बल्कि एक आम संघर्षरत लड़के की तरह शुरू हुआ था।

बिहारी के मुताबिक, उनकी और सलमान की पहली फिल्म बीवी हो तो एक संयोग से शुरू हुई थी। फिल्म में रेखा, फारूक शेख और कादर खान जैसे बड़े नाम पहले से जुड़े थे। उन्हें एक ऐसे नए लड़के की तलाश थी, जो रेखा के देवर और फारूक शेख के भाई का छोटा रोल निभा सके।

एक दिन बिहारी खार इलाके में 15 नंबर रोड पर अपने ऑफिस में बैठे थे। वे खिड़की से बाहर सड़क की हलचल देख रहे थे। तभी उनकी नजर एक दुबले-पतले, गोरे से लड़के पर पड़ी, जो हाथ में फोटो की फाइल दबाए सड़क पार कर रहा था। उसका चलने का अंदाज और चेहरे की चमक कुछ अलग थी।

बिहारी कहते हैं कि उसी पल उनके मन से आवाज आई, ‘यही वह लड़का है, जिसकी मुझे तलाश है।’ वह लड़का ऑफिस में आया और शालीनता से बोला कि वह फिल्मों में काम करना चाहता है।

बिहारी ने उसकी तस्वीरें देखीं और बिना किसी ऑडिशन के उसे फिल्म के लिए चुन लिया। उस लड़के को खुद यकीन नहीं हुआ कि सिर्फ फोटो देखकर उसे रोल मिल गया। वह लड़का कोई और नहीं, सलमान खान थे।

बीवी हो तो ऐसी के अलावा जे.के. बिहारी ने फिल्म इंतेहा प्यार की (1992) को भी डायरेक्ट किया है।

बीवी हो तो ऐसी के अलावा जे.के. बिहारी ने फिल्म इंतेहा प्यार की (1992) को भी डायरेक्ट किया है।

बिहारी बताते हैं कि उस वक्त सलमान कई दफ्तरों के चक्कर काट चुके थे और लगातार रिजेक्शन झेल रहे थे। कोई उन्हें बहुत दुबला कहता था, तो कोई कहता था कि उनमें हीरो वाली बात नहीं है। इसके बावजूद सलमान ने कभी यह नहीं बताया कि वे मशहूर लेखक सलीम खान के बेटे हैं। वे एक आम लड़के की तरह ही काम मांगने आए थे।

बाद में जब बिहारी को यह पता चला कि सलमान सलीम खान के बेटे हैं, तो उनकी इज्जत और बढ़ गई। वे बताते हैं कि सलमान ने कभी भी अपने पिता के नाम का सहारा नहीं लिया और न ही सेट पर किसी तरह का घमंड दिखाया।

कुछ समय बाद सलीम खान ने बिहारी को अपने घर बुलाया। बिहारी बताते हैं कि उन्हें डर लग रहा था क्योंकि सलमान को जो रोल दिया गया था, वह कोई बड़ा हीरो वाला रोल नहीं था। वह फिल्म में एक छोटा सा कैरेक्टर निभा रहे थे। बिहारी को लगा कि शायद सलीम खान यह रोल करने से मना कर देंगे।

लेकिन सलीम खान ने बहुत सादगी से कहा, “बिहारी जी, यह मेरा बेटा है। नया लड़का है, आप भी नए हैं। फिल्म अच्छी बनाइए।” उन्होंने न कोई शर्त रखी और न ही किसी तरह की दखलअंदाजी की। बिहारी कहते हैं कि सलीम खान की यही महानता थी।

बीवी हो तो ऐसी रिलीज हुई। फिल्म की कहानी रेखा के इर्द-गिर्द थी, लेकिन सलमान का छोटा सा किरदार भी नोटिस किया गया। यही उनकी पहली स्क्रीन अपीयरेंस थी। इसके बाद राजश्री प्रोडक्शंस की मैंने प्यार किया आई और सलमान रातों-रात स्टार बन गए।

खुद रिजेक्ट होकर दोस्तों को भेजते थे सलमान

बिहारी बताते हैं कि मैंने प्यार किया के दौर में सलमान छह महीने तक राजश्री के चक्कर लगाते रहे। उन्हें बार-बार बुलाया जाता था, लेकिन फाइनल नहीं किया जा रहा था। दिलचस्प बात यह थी कि सलमान खुद रिजेक्ट हो रहे थे, फिर भी वे अपने दोस्तों को वहां भेजते थे और कहते थे कि इन्हें ट्राई कर लो।

एक दिन सूरज बड़जात्या उनकी टीम के साथ बिहारी के सेट पर आए। वे सलमान को मना करने के इरादे से आए थे, लेकिन सलमान ने उनसे कहा कि अगर वे उन्हें नहीं लेना चाहते, तो कोई बात नहीं, यहां और अच्छे लड़के बैठे हैं। सलमान की यही सादगी सूरज बड़जात्या को छू गई और उसी पल उन्होंने सलमान को हीरो फाइनल कर लिया।

उस समय सलमान तीन फिल्मों के कॉन्ट्रैक्ट में बिहारी से बंधे हुए थे। बिना उनकी अनुमति कोई और फिल्म साइन नहीं कर सकते थे। जब राजश्री ने एनओसी मांगी, तो सलमान होकर बिहारी के पास पहुंचे।

बिहारी बताते हैं कि उन्होंने वह कॉन्ट्रैक्ट वहीं फाड़ दिया और सलमान को आजाद कर दिया। उनके मुताबिक, यह फैसला आर्थिक तौर पर नुकसानदेह हो सकता था, लेकिन इंसानियत के लिहाज से सही था।

बिहारी ने यह भी कहा कि सलमान की पहली फीस सिर्फ 25 हजार रुपए थी। मैंने प्यार किया के लिए भी उनकी फीस हजारों में ही थी। उस दौर में सलमान ने कभी पैसे की मांग नहीं की। उनके लिए सबसे बड़ी बात बड़े पर्दे पर आने का मौका था।

सलमान की गिनती देश के सबसे अमीर एक्टर्स में कैसे होती है

सलमान खान भारतीय सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर्स में से एक हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वह प्रति फिल्म 100 करोड़ रुपए से अधिक की फीस लेते हैं। इसके अलावा, वह अक्सर फिल्मों के मुनाफे में भी हिस्सेदारी रखते हैं, जिससे उनकी कमाई कई गुना बढ़ जाती है। उनकी कुल संपत्ति लगभग 2,900 करोड़ रुपए आंकी जाती है। हालांकि, एक दौर ऐसा भी था जब सलमान 10,000 रुपए महीने की सैलरी पर काम करते थे।

बॉलीवुड में डेब्यू करने से पहले सलमान खान ने मुंबई के ताज होटल में हुए एक इवेंट में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम किया था। इसके लिए उन्हें सिर्फ 75 रुपए मिले थे।

न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक पुराने इंटरव्यू में सलमान ने इस बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था, “मेरी पहली सैलरी शायद 75 रुपए थी। मैं ताज होटल में एक शो के दौरान पीछे डांस कर रहा था। वहां मेरा एक दोस्त डांस कर रहा था, उसी ने मुझे बुला लिया था। मैंने यह सब सिर्फ मजे के लिए किया था।”

सलमान ने आगे बताया था, “इसके बाद मुझे कैंपा कोला (सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड) के एड के लिए 750 रुपए मिलने लगे। फिर लंबे समय तक मुझे 1,500 रुपए मिलते रहे। इसके बाद मुझे फिल्म मैंने प्यार किया के लिए 31,000 रुपए दिए गए, जो बाद में बढ़ाकर 75,000 रुपए कर दिए गए।”

किताब बीइंग सलमान के अनुसार, सलमान ने यह भी कहा था, “मैं बहुत खुशनसीब हूं। मैंने इतना पाने के लिए कुछ नहीं किया। मेरी पूरी शख्सियत मेरे पिता, भाइयों और दोस्तों की देन है। मेरा लक्ष्य सिर्फ 10 लाख रुपए कमाना था, जो मैंने अपनी दूसरी फिल्म से ही पा लिया।”

कभी शाहरुख के खिलाफ सुनना पसंद नहीं किया

सलमान खान और शाहरुख खान को इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में गिना जाता है। दोनों की उम्र भी लगभग समान है और उन्होंने लगभग एक ही समय पर अपने करियर की शुरुआत की थी। इसी वजह से उनके बीच प्रतिस्पर्धा भी हमेशा देखी गई।

हालांकि, इसके बावजूद दोनों के बीच एक-दूसरे के लिए प्यार और सम्मान बना रहा। एक समय ऐसा भी आया जब साल 2008 में कैटरीना कैफ के बर्थडे के दौरान दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद कई सालों तक दोनों ने एक-दूसरे से बात नहीं की।

इसके बावजूद सलमान के दिल में शाहरुख के लिए हमेशा इज्जत रही। उस दौर में भी, जब उनकी शाहरुख से बात नहीं होती थी, सलमान शाहरुख के खिलाफ कुछ भी सुनना पसंद नहीं करते थे।

सलमान खान ने टीवी शो आप की अदालत में बताया था कि जब उनकी और शाहरुख की बात नहीं हो रही थी, तब भी अगर कोई सलमान के सामने शाहरुख की बुराई करता था, तो सलमान ऐसे लोगों से साफ कह देते थे- “शट अप, गेट आउट।”

सलमान खान और शाहरुख खान ने लीड रोल में सिर्फ एक फिल्म करण-अर्जुन (1995) में साथ काम किया है।

सलमान खान और शाहरुख खान ने लीड रोल में सिर्फ एक फिल्म करण-अर्जुन (1995) में साथ काम किया है।

जानवरों से सलमान को बेहद लगाव है

सलमान खान को उनके पालतू कुत्तों से बहुत लगाव रहा है। एक्टर के लिए उनके कुत्ते सिर्फ पालतू जानवर नहीं, बल्कि परिवार का हिस्सा थे। उनके इस प्यार की सबसे बड़ी मिसाल मायसन और मायजान हैं।

फिल्ममेकर विपुल शाह के मुताबिक, फिल्म ‘लंदन ड्रीम्स’ की शूटिंग के दौरान सलमान खान ने अपने दोनों बेहद प्यारे कुत्ते मायसन और मायजान खो दिए थे। फिल्म में दो बड़े म्यूजिकल कॉन्सर्ट सीन थे, जिनकी शूटिंग एक महीने के अंतर पर हुई थी। संयोग से, दोनों बार शूटिंग के दौरान ही सलमान के कुत्तों की मौत हुई।

विपुल शाह ने बताया कि इतना बड़ा निजी नुकसान झेलने के बावजूद सलमान ने शूटिंग जारी रखी। सुबह करीब 6 या 7 बजे पैक-अप के बाद वह कर्जत से मुंबई आए, अपने कुत्ते को साथ लिया और पनवेल स्थित फार्महाउस पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद शाम करीब 4 बजे वह फिर से शूटिंग पर लौट आए और दोबारा काम शुरू कर दिया।

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बॉलीवुड की ये खबर भी पढ़ें..

गोविंदा @62, तीसरी बार कमबैक की तैयारी:10-15 साल में कई फिल्में बनकर डिब्बाबंद, 100 करोड़ रुपए फंसे, सलमान खान का फिर मिला सपोर्ट

90 के दशक के सुपरस्टार गोविंदा तीसरी बार कमबैक की तैयारी में जुटे हैं। चीची दर्शकों को नोस्टैल्जिया की सैर कराने का वादा कर रहे हैं, लेकिन फिल्मों से ज्यादा उनकी पर्सनल लाइफ, कथित लव स्टोरी और फैमिली ड्रामा ने सुर्खियां बटोरीं। पूरी खबर यहां पढ़ें ….

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Silver hits new price record; second biggest gain of the year, nears Rs 2.36 lakh per kg | कीमत का नया रिकॉर्ड; साल की दूसरी बड़ी तेजी से चांदी 2.36 लाख रुपए किलो के करीब पहुंची – Jaipur News


ग्लोबल मार्केट में कीमत रिकॉर्ड स्तर पर होने से शुक्रवार को जयपुर सर्राफा बाजार में चांदी साल की दूसरी बड़ी तेजी के साथ 2,35,900 रुपए प्रति किलोग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। एक ही दिन में चांदी में 9,600 रुपए प्रति किलोग्राम का उछाल रहा। इससे

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इस साल तीसरी बार चांदी के भाव एक दिन में 9 से 10 हजार रुपए तक बढ़े हैं। उधर, शुद्ध सोना 900 तथा 22 कैरेट सोना 800 रुपए प्रति दस ग्राम चढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। दूसरी तरफ, अमेरिकी वायदा एक्सचेंज कॉमेक्स में फरवरी डिलीवरी सोना 58.90 डॉलर बढ़कर 4561.70 डॉलर तथा मार्च डिलीवरी चांदी 3.365 डॉलर तेजी से 75.050 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रही थी।

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, चीन में निर्यात को प्रतिबंधित करने के बाद ग्लोबल मार्केट में चांदी की सप्लाई घट गई है, जबकि आैद्योगिक मांग लगातार बढ़ रही है। कुछ बड़ी इलेक्टॉनिक कंपनियां चांदी की खरीद कर रही है। इससे चांदी के भावों में लगातार मजबूती देखने को मिल रही है। उधर इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के आंकड़ों के मुताबिक घरेलू बाजार में शुक्रवार को चांदी गुरुवार के बंद भाव के मुकाबले 13,117 रुपए चढ़कर 2,32,100 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई। यह इसकी अभी तक की एक दिन की सबसे बड़ी उछाल है। हालांकि शाम को चांदी 9,124 रुपए की बढ़त के साथ 2,28,107 रुपए किलो के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुई। इससे पहले 01 दिसंबर को चांदी में 10,821 रुपए और 30 अक्टूबर को 10,825 रुपए किलो की तेजी आई थी। शुक्रवार को 24 कैरेट सोना 1,329 रुपए उछलकर 1,37,956 रु. प्रति 10 ग्राम की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। 22 कैरेट (जेवराती) सोना भी 1,218 रु. बढ़कर 1,26,362 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।

सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर के भाव : चांदी (999) 235.9 चांदी रिफाइनरी 235.4 रुपए प्रति ग्राम। सोना स्टैंडर्ड 14,130 रुपए, सोना जेवराती 13,210 तथा वापसी 12,910 रुपए प्रति ग्राम।

अब कॉपर भी सोने-चांदी की राह पर, इस साल 58% से ज्यादा चढ़ा

सोने-चांदी की तर्ज पर कॉपर भी इस साल 58% से ज्यादा चढ़ चुका है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कॉपर की इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ रही है। वहीं सप्लाई कम है। ऐसे में अगले साल कॉपर में 40% से ज्यादा की तेजी आ सकती है। आम निवेशकों के लिए एमसीएक्स डेरिवेटिव्स के अलावा शेयर बाजार में मेटल कंपनियों में निवेश फायदेमंद हो सकता है।

हिंदुस्तान कॉपर के शेयर ने इस साल में दिया 92.5% रिटर्न

कंपनी 6 महीने में एक साल में

हिंदुस्तान कॉपर 75.04% 92.51%

हिंडाल्को 26.41% 47.23%

वेदांता 31.94% 35.22%

(आंकड़े शुक्रवार के स्रोत- बीएसई)

तारीख सोना रिटर्न चांदी रिटर्न

31 दिसं-21 48,083 -4% 61,280 -5%

31 दिसं-22 54,867 14% 68,092 11%

31 दिसं-23 63,246 15% 73,395 8%

31 दिसं-24 76,162 20% 86,017 17%

26 दिसं-25 1,37,956 81% 2,28,107 165%

सोना रु. प्रति 10 ग्राम, चांदी रुपए प्रति किलो (स्रोत: आईबीजेए)

बीते 5 साल में 2025 में मिला सबसे बंपर रिटर्न

चांदी का औद्योगिक इस्तेमाल ज्यादा: सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो इंडस्ट्री, इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) और मेडिकल आदि। इन औद्योगिक क्षेत्रों की बढ़ती डिमांड और सप्लाई कम होने की वजह से इसमें तेजी बने रहने की संभावना है।



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Grassfield Group partners with Golden Tulip to develop several projects | ग्रासफील्ड ग्रुप की गोल्डन ट्यूलिप से साझेदारी, कई प्रोजेक्ट करेंगे विकसित – Jaipur News



जयपुर। ग्रासफील्ड ग्रुप ऑफ होटल्स एंड रिसॉर्ट्स ने गोल्डन ट्यूलिप के साथ फ्रेंचाइजी समझौता किया है। इसके तहत विराट नगर में लग्जरी रिसॉर्ट विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य प्रदेश गोल्डन ट्यूलिप की सेवाओं का विस्तार करना है। ग्रासफील्ड ग्रुप के एमडी ध्

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कंपनी की राजगढ़, सरिस्का, कुंभलगढ़ और उदयपुर में परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। समूह प्रदेश में 1,200 से अधिक कमरों के विकास की योजना बना रहा है। नई साझेदारी विस्तार के लिहाज से महत्वपूर्ण है। सरोवर होटल्स के सीनियर वीपी राजेश रंजन ने कहा कि इस साझेदारी से हमें ग्रासफील्ड ग्रुप की विशेषज्ञता मिलेगी। इस मौके पर ग्रुप के चेयरमैन सुनील बंसल तथा निदेशक सांची बंसल व दिवांशी बंसल मौजूद रहीं।



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Top industrial organizations of Rajasthan will participate | राजस्थान के शीर्ष औद्योगिक संगठनों की होगी भागीदारी – Jaipur News



टाई ग्लोबल समिट 4-6 जनवरी तक जयपुर में

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जयपुर। राज्य सरकार और टाई राजस्थान की 4 से 6 जनवरी तक सीतापुरा के जेईसीसी होने वाले राजस्थान डिजिफेस्ट-टाई ग्लोबल समिट में प्रदेश के सभी शीर्ष संगठनों की भी भागीदारी होगी। इसकी तैयारियों को लेकर हुई बैठक में राजस्थान चैंबर, फोर्टी, फोरे, यूकोरी, बीएनआई, आरएसए, होटल एसोसिएशन तथा टैक्स कंसल्टेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुए। समिट के संयोजक महावीर प्रताप शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह आयोजन पहली बार जयपुर में हो रहा है।

हम प्रदेश के सभी औद्योगिक संगठन का लाभ लेना चाहते हैं। सभी एसोसिएशन ने इसमें सहयोग का वादा किया है। टाई राजस्थान की प्रेसिडेंट डॉ शीनू झंवर ने बताया कि डिजिफेस्ट और टाई ग्लोबल समिट की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इसमें वैश्विक स्तर के 10 हजार उद्यमी, 500 निवेशक, 100 से स्पीकर भाग लेंगे। 30 देशों के 200 से ज्यादा स्टार्टअप को 200 करोड़ से की फंडिंग भी मिलने की उम्‍मीद है।



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RSA Power Committee meeting reviews preparations for India Renewable Expo | आरएसए पावर कमेटी की बैठक में भारत रिन्युएबल एक्सपो की तैयारियों की समीक्षा – Jaipur News



जयपुर। राजस्थान सोलर एसोसिएशन (आरएसए) की हाल गठित नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष सुनील बंसल की अध्यक्षता में पावर कमेटी की पहली बैठक में 16 से 18 जनवरी तक वीटी ग्राउंड पर होने वाले भारत रिन्युएबल एक्सपो की तैयारियों का जायजा लिया गया। केंद्रीय रिन्युएबल ए

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बंसल ने बताया कि केंद्र सरकार ने देश में 2030 तक 500 गीगावाट और 2047 तक 1,800 गीगावाट रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन का लक्ष्य है। अभी 250 गीगावाट का उत्पादन हो रहा, जो कुल ऊर्जा की जरूरत का 10 फीसदी है। ऐसे में राजस्थान रिन्युएबल पावर हब बन सकता है। एसोसिएशन के सीईओ नितिन अग्रवाल का कहना है कि राइजिंग राजस्‍थान में 35 लाख करोड़ के निवेश के एमओयू में से 28 लाख करोड़ रुपए के एमओयू रिन्युएबल क्षेत्र में हुए हैं।

एक्सपो के माध्यम से हमारा प्रयास इंडस्ट्री, सरकार और सभी भागीदारों को एक मंच पर लाने का है। एक्सपो में ऑल इंडिया टैलेंट फेस्ट और ऑल इंडिया ओलंपियाड के जरिए छात्रों को रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में कॅरियर का अवसर मिलेगा। बैठक में संगठन के उपाध्यक्ष अरुण कुमार महला, कार्यकारी अध्यक्ष मनोज गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमाकांत जांगिड़, प्रतीक अग्रवाल व उपाध्यक्ष शैलेश गर्ग मौजूद रहे।



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Paralysis in the hand, a device was created to cure it | हाथ में लकवा, इसे ठीक करने का उपकरण बनाया – Jaipur News



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समाज सेवा के लिए

जूडो में श्रेष्ठ प्रदर्शन

पर्यावरण के लिए

वीरता के लिए

वीरता के लिए

विज्ञान-प्रौद्योगिकी

वंश तायल (17) : मलोया, चंडीगढ़

योगिता मंडावी (14) : कोंडागांव, छत्तीसगढ़

पूजा (17): बाराबंकी, उत्तर प्रदेश

अजय राज (9) : आगरा, उत्तर प्रदेश

व्योमा प्रिया (9): कोयंबटूर, तमिलनाडु

कमलेश कुमार (11): भभुआ (कैमूर जिला), बिहार

मुहम्मद सिदान पी (11) पल्लकड़, केरल

अर्णव अनुप्रिया महर्षि (17) छत्रपति संभाजीनगर, महाराष्ट्र

खास: 2020 में माता-पिता के निधन के बाद अनाथ हुए तायल को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की सिफारिश पर चंडीगढ़ के मलोया में स्नेहालय बाल गृह में रखा गया। यहां उन्होंने दिव्यांग बच्चों की सेवा शुरू की। दो का पुनर्वास कराया। उन्हें परीक्षा पे चर्चा 2023 में भाग के लिए पीएम से प्रशंसा पत्र प्राप्त हुआ है।

खास: नक्सल प्रभावित कोंडागांव की योगिता कम उम्र में अनाथ हो गई थीं। राष्ट्रीय स्तर की खेलो इंडिया खिलाड़ी की पहचान। खेलो इंडिया महिला जूडो लीग (2025) में सब जूनियर 44 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक और राज्य स्तरीय स्कूल गेम्स (2024-25) में अंडर-19 गर्ल्स खिताब समेत कई पुरस्कार प्राप्त की हैं।

खास: सुदूर गांव की रहने वाली पूजा ने गेहूं की कटाई करने वाली मशीनों से होने वाले कृषि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए भूसी धूल को अलग करने वाली मशीन विकसित की है। कई पुरस्कार प्राप्त की चुकी हैं। जापान के सकुरा विज्ञान विनिमय कार्यक्रम (2025) के लिए चयन हुआ।

खास: गांव की नदी के पास मगरमच्छ के हमले में पिता की जान बचाकर असाधारण साहस का परिचय दिया। जब मगरमच्छ ने उनके पिता के पैर को जकड़ लिया और उन्हें पानी में खींचने की कोशिश की, तो अजय ने निडर होकर डंडे से बार-बार वार तब तक किया, जब तक मगरमच्छ ने छोड़ नहीं दिया।

खास: अपने घर के पास के पार्क में स्लाइड से खेलते समय छह साल के बच्चे जियांश रेड्डी को करंट से बचाने की कोशिश में जान गंवा दी। दरअसल स्लाइड की लोहे की सीढ़ियों में क्षतिग्रस्त भूमिगत केबल से करंट फैल गया था। जियांश को झटका लगा, तो व्योमा उसकी मदद के लिए दौड़ी और करंट की चपेट में आ गई।

खास: जयपुर गांव में दुर्गावती नदी स्नान के दौरान डूब रहे बच्चों को बचाने के दौरान खुद चपेट में आ गए थे। वे उन तीन बच्चों में शामिल थे, जो नदी में स्नान कर रहे थे। बचाने के प्रयास में वे बह गए। शव 48 घंटे बाद 15 किमी दूर मिला था। उनका काम निस्वार्थ साहस और बलिदान का एक मार्मिक उदाहरण है।

खास: अपने दो दोस्तों को बिजली के झटके से बचाया। जब एक दोस्त ने बिजली के खंभे को छू लिया और दूसरा उसकी मदद करने की कोशिश में बिजली के झटके का शिकार हो गया, तो सिदान ने लकड़ी का इस्तेमाल करके उन्हें बिजली के झटके से दूर खींच लिया और दोनों की जान बचा ली।

खास: 2022 में एक सड़क दुर्घटना में अपने दाहिने हाथ के लकवाग्रस्त होने के बाद विपरीत परिस्थितियों को उपलब्धि में बदल दिया। इन्होंने ‘फेयर चांस’ विकसित किया, जो एक एआई-आधारित हाथ के लकवा को ठीक करने का उपकरण है। आईआईटी बॉम्बे टेकफेस्ट 2024 में अंतरराष्ट्रीय नवाचार पुरस्कार मिल चुका है।



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