The challenge of traveling during the tourist season | पर्यटन सीजन में सफर की चुनौती: हवाई किराया दोगुना, ट्रेनों में लंबी वेटिंग, बसों में भी टिकट महंगा – Udaipur News



उत्सवों के बीच 27 दिसंबर से 4 जनवरी तक हवाई किराया 100 प्रतिशत तक महंगा हो गया है। उदयपुर-जयपुर के बीच सामान्य दिनों में किराया 5 से 8 हजार रुपए तक था, जो न्यू ईयर के इन 9 दिनों में 8500 से 16 हजार रुपए तक पहुंच चुका है। उदयपुर-दिल्ली का किराया 5500

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टूरिस्ट सीजन के बीच विमानों-ट्रेनों के साथ बसों में भी यात्रीभार का दबाव देखा जा रहा है। बस ट्रांसपोर्ट से जुड़े कारोबारियों के अनुसार अहमदाबाद से उदयपुर के बीच रोज 150 बसें चलती हैं। ये सभी अभी फुल चल रही हैं। इनमें एसी स्लीपर का किराया 1200 रुपए से बढ़कर 1500 रुपए तक हो गया है।

सीटर बसों में वीकेंड और सीटें ज्यादा बुक होने से 10 से 15% किराया बढ़ रहा है। 5 जनवरी तक इस रूट पर किराये में इसी तरह की तेजी रहेगी, क्योंकि गुजरात के ज्यादातर लोग न्यू ईयर मनाने राजस्थान ही आते हैं। दूसरी ओर, रोडवेज में भी एडवांस में टिकट बुक हो रहे हैं। जयपुर से उदयपुर के लिए हर रोज तीन वोल्वो बसें उपलब्ध हैं। इनमें 30% टिकट ऑनलाइन बुक हो गए हैं। अगले 5 दिन तक यही स्थिति रहेगी।

  • उदयपुर-हरिद्वार: 29 दिसंबर को सेकंड एसी में 10 और थर्ड में 32 वेटिंग है। एक जनवरी में स्लीपर में 53, थर्ड एसी में 30 और सेकंड में 9 वेटिंग है। यह ट्रेन हफ्ते में 3 दिन चलती है।
  • चेतक एक्सप्रेस: उदयपुर से दिल्ली जाने वाली इस ट्रेन में 30 दिसंबर को स्लीपर में 33, थर्ड एसी में 38, सेकंड में 26 और फर्स्ट एसी में 7 वेटिंग है। यह रोज शाम 5 बजे रवाना होती है।
  • उदयपुर-पाटलीपुत्र: स्लीपर में टिकट उपलब्ध नहीं है। थर्ड एसी में उपलब्ध हैं। यह ट्रेन बुधवार को दोपहर 12:50 पर रवाना होती है, अगले दिन रात 8 बजे पाटलीपुत्र पहुंचती है।
  • बांद्रा एक्सप्रेस: 31 दिसंबर को स्लीपर में 29 वेटिंग है। थर्ड एसी में 60, सेकंड एसी में 22 और फर्स्ट एसी में 5 वेटिंग है। यह ट्रेन बुधवार, शुक्रवार और रविवार तीन दिन चलती है।



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A trauma center worth Rs 10 crore will be built in Fatehnagar. | फतहनगर में बनेगा 10 करोड़ का ट्रोमा सेंटर: भींडर में 59 करोड़ का जिला अस्पताल, 4 ब्लॉक में 42-42 लाख के हॉस्पिटल बनेंगे – Udaipur News



आदिवासी बाहुल्य उदयपुर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर बदलने की तैयारी है। प्रदेश सरकार अब ऐसी व्यवस्था करने जा रही है कि गांवों से मरीजों को उपचार के लिए शहर तक दौड़ नहीं लगानी पड़े। इसके लिए भींडर में 59 करोड़ से नया जिला अस्पत

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फतहनगर में भी 10 करोड़ की लागत से नया ट्रोमा सेंटर बनाया जा रहा है। इन सभी कामों के लिए सरकार ने वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है। झाड़ोल-कोटड़ा-गोगुंदा और बड़गांव हॉस्पिटल के काम जनवरी 2026 में शुरू हो जाएंगे। ये सभी अस्पताल 10-10 बीघा जमीन पर बनेंगे। फतहनगर में भी ट्रोमा सेंटर निर्माण का काम भी नए साल में शुरू हो जाएगा। इसका टेंडर भी किया जा चुका है।

चुनौती…विशेषज्ञ चिकित्सकों के 52 में से 30 पद रिक्त

नए अस्पतालों में में सबसे बड़ी चुनौती विशेषज्ञ चिकित्सकों की रहेगी। क्योंकि, ऐसे चिकित्सकों को गांवों में रोकना आसान नहीं होगा। अभी जिले के विभिन्न अस्पतालों में एनेस्थिसिया, ऑर्थोपेडिक, पीडियाट्रिक, स्त्री रोग, ईएनटी, सर्जन व चेस्ट फिजिशियन लगे हुए हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों के कुल 52 पद हैं। इनमें से 30 पद रिक्त हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 21 चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी इतने ही पद रिक्त हैं।

ये फायदा : नए भवन से सुविधाएं बढ़ेंगी, रात में रुक सकेगा स्टाफ अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में भवन पुराने और जर्जर हो चुके हैं। वहां पर बने स्टाफ क्वार्टर भी काफी पुराने हैं। ऐसे में स्टाफ का रात रुकना भी मुश्किल रहता है। इन सभी स्थानों पर नए भवन बनने से उपचार की नई राह खुलेगी। गांवों में शहर जैसे अस्पताल बनने से लोगों को उदयपुर शहर तक की दौड़ नहीं लगानी होगी। उन्हें अपने ही क्षेत्र में शहर जैसे माहौल में बेहतरीन उपचार मिल सकेगा।

सीएमएचओ बोले- भींडर में काम शुरू, दूसरी जगह पर भी जल्द होगा सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य का कहना है कि भींडर जिला अस्पताल का काम शुरू हो चुका है। झाड़ोल, कोटड़ा व गोगुंदा में डीएमएफटी फंड से काम होने वाला है। इसकी वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। सभी के मैप और कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। नए भवनों में हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को इलाज के लिए शहर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।



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What are the compulsions that are pushing Aravalli towards destruction: Pilot | एनएसयूआई: ऐसी क्या मजबूरियां… जिससे अरावली को विनाश की ओर धकेला जा रहा : पायलट – Jaipur News



अरावली संरक्षण के मुद्दे पर शुक्रवार को एनएसयूआई की ओर से अरावली बचाओ मार्च निकाला गया। आरोप लगाया गया कि कि भाजपा सरकार अरावली पर्वतमाला को नुकसान पहुंचाने का निर्णय कर रही है। एनएसयूआई ने सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की गई नई परिभाषा का भी विरोध किया

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विरोध प्रदर्शन एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में किया गया। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट समेत कई पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक सहित संगठन के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। जयपुर के जालूपुरा थाना परिसर के सामने सभा कर यह पैदल मार्च निकाला गया। अरावली संरक्षण के पक्ष में नारे लगाए गए।

100 मीटर की नई परिभाषा अरावली के अस्तित्व पर संकट, जवाब दे सरकार

सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान सहित चार राज्यों में फैली अरावली पहाड़ों का समूह मात्र नहीं है। यह उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करती है। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि ऐसी क्या मजबूरियां थीं और क्या कारण थे, जिनके चलते हजारों साल पुरानी पर्वतमाला को विनाश की ओर धकेला जा रहा है। भारतीय वन सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार 1,18,000 पहाड़िया 100 मीटर से नीचे हैं।

मात्र 1048 पहाड़ियों की 100 मीटर से ऊंची है। ऐसे में केन्द्र सरकार ने जो 100 मीटर से ऊंची स्थलाकृतियों को पहाड़ी मानने की नई परिभाषा प्रस्तुत की है। सरकार आंकड़ों के जाल में लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है।

विनोद जाखड़ ने कहा- लगातार संघर्ष करेंगे

विनोद जाखड़ ने कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला न केवल राजस्थान बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता की रीढ़ है। भाजपा सरकार द्वारा अरावली क्षेत्र में लिए जा रहे निर्णय पर्यावरण के लिए घातक हैं, जिनके खिलाफ युवा शक्ति लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीके से लगातार संघर्ष करती रहेगी।



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State Highway in Sandwa area of Churu district | चूरू जिले के सांडवा इलाके में स्टेट हाइवे: तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बोलेरो में सवार 5 की मौत, चार एक ही परिवार के – Churu News



स्टेट हाइवे 20 की नोखा-बीदासर रोड पर शुक्रवार शाम करीब 5.30 बजे तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक की टक्कर में बोलेरो में सवार देवर-भाभी सहित पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चार एक ही परिवार के हैं। हादसे में बोलेरो में सवार तीन लोग घायल हुए। हादसे में चार लो

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बोलेरो में सवार लोग किसी परिवाद को लेकर सांडवा थाने आए थे। एसएचओ ने बताया कि बोलेरो में आठ लोग सवार थे। उनमें से उम्मेद सिंह (55) पुत्र नवल सिंह, प्रहलाद सिंह (35) पुत्र भंवर सिंह, राजू कंवर (35) पत्नी मदन सिंह निवासी लालगढ़ व दलीप सिंह (25) पुत्र भवानी सिंह निवासी श्यामसर की मौके पर मौत हो गई।

स. माधोपुर : कार-ट्रेलर की भिड़ंत, मामा-भांजे की मौत

बौंली (सवाई माधोपुर) | दतुली पंचायत क्षेत्र के मोरेल नदी से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार रात सड़क हादसे में कार चालक गुजरात के बरोड़ निवासी कमल गोहिल (35) की मौत हो गई। उसके भांजे गुजरात के भावनगर निवासी तेजस सोलंकी (32) ने इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।

एक्सप्रेस-वे के चैनेज संख्या 246 के पास अप लाइन पर कार चालक का संतुलन बिगड़ गया।और आगे चल रहे ट्रेलर को पीछे से टक्कर मारती हुई मेडियन में पलटी खा गई। रिश्ते में दोनों मामा भांजा लगते थे। पेट्रोलिंग टीम को घटना की जानकारी मिली तो उसने दौसा पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। क्षेत्र बौंली का होने पर लालसोट थाने के सिपाही ने घटना के बारे में बौंली थाने पर सूचना दी।

सीआई जितेन्द्र सिंह और एएसआई मुरारी लाल मीना एनएचएआई की एम्बुलेंस लेकर घटना स्थल पहुंचे, तब तक कार चालक की मौत हो गई थी, जबकि उसके साथ सवार भांजा गंभीर घायल था। दोनों को एम्बुलेंस से सीएचसी बौंली लाया गया। चिकित्सकों ने गुजरात के बरोड़ निवासी कार चालक कमल गोहिल (35) को मृत घोषित कर दिया।

गंभीर घायल भांजे को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया, लेकिन 108 और एनएचएआई की 1033 एम्बुलेंस चालक ने जाने से मना कर दिया। इस पर सीआई जितेंद्र सिंह ने अपने खर्चे पर किराए की प्राइवेट एम्बुलेंस कर एसएमएस अस्पताल जयपुर के लिए रवाना किया। घायल गुजरात भावनगर निवासी तेजस सोलंकी (32) ने सांगानेर पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ दिया। जिसको एसएमएस अस्पताल के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के अनुसार कार सवार दोनों मामा भांजा तीन दिन पहले निजी कार से पानीपत स्क्रैप खरीदने के लिए गए थे और गुरुवार सुबह एक्सप्रेस वे से वापस गुजरात लौट रहे थे। कार चला रहे मृतक कमल गोहिल की शादी नहीं हुई थी, जबकि उसके साथी तेजस्वी सोलंकी के 3 साल और के 5 साल की दो बेटियां हैं। कार की स्पीड अधिक होने से कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस के अनुसार शुक्रवार शाम को परिजन थाने पहुंचे और सीएचसी बौंली पर कमल गोहिल और एसएमएस में तेजस के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किए गए।

स्क्रैप का कारोबार करते थे दोनों मृतकों के परिजनों के अनुसार दोनों गुजरात के भावनगर में स्क्रैप का कारोबार करते थे। पिछले दिनों गुजरात से निजी कार से स्क्रैप खरीदने के लिए पानीपत के लिए निकले थे। गुरुवार सुबह पानीपत के लिए वापस रवाना हुए थे। इसी बीच सवाई माधोपुर दौसा जिले की सीमा के पास मोरेल नदी पुलिया से पहले दुर्घटना में दोनों की मौत हो गई।

ट्रोमा सेंटर होता तो बच सकती थी जान एम्बुंलेंस चालक के अनुसार तेजस्वी सोलंकी दर्द से तड़प रहा था। सिर में चोट से खून बह रहा था। बौंली में ट्रोमा सेंटर होता तो शायद उसकी जान बच जाती। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर आए दिन सड़क हादसों में घायल लोगों को स्थानीय स्तर पर उपचार मुहैया नहीं हो रहा है। कुस्तला टोल से जिला मुख्यालय दूर पड़ता है। बौंली के ट्रोमा सेंटर खुलने से घायलों को समय पर उपचार मिलने से उनकी जान बचाई जा सकती है।

एक्सपर्ट व्यू – कार बार-बार पलटने से एयरबैग काम नहीं कर पाए कार एक्सप्रेस वे पर 120 की स्पीड से चल रही होगी। इसी दौरान चालक का संतुलन नींद पूरी नहीं होने पर झपकी आने से या फिर आगे चल रहे वाहन की स्पीड कम होने से भी दुर्घटना हो सकती है। कार के टकराने पर झटके से एयरबैग खुल गए होंगे, पर कार बार-बार पलटने से काम नहीं कर पाए। तीन से चार बार पलटी मारती हुई मेडियन में गिरी है, जिससे कार चालक और सवार दोनों फंस गए। कार के बार-बार पलटने से चालक या सवार का बचना मुश्किल हो जाता है। कार का लोहा क्षतिग्रस्त होने से बचाना मुश्किल हो जाता है।

– सिराज खान, हेवी वाहन चालक

एक्सपर्ट व्यू

कार बार-बार पलटने से एयरबैग काम नहीं कर पाए कार एक्सप्रेस वे पर 120 की स्पीड से चल रही होगी। इसी दौरान चालक का संतुलन नींद पूरी नहीं होने पर झपकी आने से या फिर आगे चल रहे वाहन की स्पीड कम होने से भी दुर्घटना हो सकती है। कार के टकराने पर झटके से एयरबैग खुल गए होंगे, पर कार बार-बार पलटने से काम नहीं कर पाए। तीन से चार बार पलटी मारती हुई मेडियन में गिरी है, जिससे कार चालक और सवार दोनों फंस गए। कार के बार-बार पलटने से चालक या सवार का बचना मुश्किल हो जाता है। कार का लोहा क्षतिग्रस्त होने से बचाना मुश्किल हो जाता है।

– सिराज खान, हेवी वाहन चालक

एक की मौत हो गई थी, दूसरे ने रास्ते में दम तोड़ा लालसोट थाने के सिपाही से जानकारी मिलने पर ड्यूटी अधिकारी पुलिस जाब्ता लेकर मौके पर पहुंचे। दोनों को सीएचसी बौंली पर भर्ती करवाया गया। एक की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे ने रास्ते में दम तोड़ दिया। दोनों के परिवार वालों को सूचना दी गई।

– जितेंद्र सिंह सोलंकी, एसएचओ, बौंली



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Panchayat elections will be held first, disabled people and women will not be on duty in the team. | पहले पंचायत चुनाव होंगे, दल में दिव्यांग, महिलाओं को ड्यूटी नहीं – Jaipur News


जयपुर। राज्य निर्वाचन आयोग लोकल चुनाव कराने की शुरुआत पंचायतीराज चुनाव से कराएंगा। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। इसमें सबसे पहले ग्राम पंचायत स्तर के चुनाव होंगे, पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव कराएं जाएंगे। इसके बाद निकायों का नंबर आएंगा। उधर

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दिव्यांग और महिला कर्मचारियों की पोलिंग पार्टी में ड्यूटी नहीं लगाने के निर्देश इसमें शामिल हैं। सेंट्रल डिपार्टमेंट या सेंट्रल के अधीन संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों और अत्यावश्यक सेवाओं में लगे कर्मचारियों को भी पोलिंग दल में ड्यूटी नहीं लगाने को कहा है। किसी पोलिंग बूथ पर कोई महिला वोटर बुर्का या घूंघट में आती है तो उसकी पहचान के लिए जरूरत पड़ने पर पीठासीन अधिकारी स्थानीय महिला कार्मिक का सहयोग लेंगे। पोलिंग पार्टी में 5 कार्मिक होंगे। यदि पंचायती राज के सभी पदों के चुनाव एक साथ होंगे तो एक ही दल मदान कराएगा।

आरओ, एआरओ नियुक्त

आयोग ने आदेश जारी करके प्रदेश की सभी पंचायत समितियों में चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ( एआरओ ) की नियुक्ति कर दी है। रिटर्निंग अधिकारी की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के उपखंड अधिकारियों को सौंपी है। कई जिलों में एक से ज्यादा पंचायत समितियों में एक ही रिटर्निंग ऑफिसर को नियुक्त किया है। वहीं तहसीलदार और नायब तहसीलदार को सहायक रिटर्निंग अधिकारी के तौर पर नियुक्ति दी है।

11 माह से लगे हैं प्रशासक

ग्राम पंचायतों में पूर्व सरपंच ही एक साल से प्रशासक लगे हैं। पंचायत समिति व जिला परिषदों में अफसरों को प्रशासक लगाया गया हुआ है। प्रदेश की ग्राम पंचायतों में प्रशासक लगने की शुरुआत 15 जनवरी के आसपास हुई थी। उस समय वन स्टेट वन इलेक्शन की मंशा को आधार दर्शाते हुए ये वर्किंग हुई थी लेकिन कोर्ट के निर्देश पर 15 अप्रैल तक चुनाव कराने का कार्य राज्य निर्वाचन आयोग कर रहा है।



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Controversy Grows Over Sikh Preacher Bibi Daler Kaur in Punjab | निहंग बोले- दलेर खुद को इंटरनेशनल प्रचारक बताती है: प्रभलीन बोली- दलेर डिप्रेशन में, हमसे अच्छी नंगी होकर वीडियो डालने वाली; समागम का विरोध हुआ था – Jalandhar News


सोशल मीडिया पर बाेलतीं बीबी दलेर कौर और प्रभलीन कौर।

पंजाब में महिला सिख धर्म प्रचारक बीबी दलेर कौर के समागम के विरोध का मुद्दा गर्माता जा रहा है। एक तरफ फतेहगढ़ में हुई शहीदी सभा में भी बीबी दलेर कौर का मुद्दा उठा। निहंग जत्थेबंदी के सिंह साहिबान ने बीबी दलेर कौर के सोशल मीडिया पर आंसू बहाने का विरोध क

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दूसरी तरफ एक और महिला सिख धर्म प्रचारक प्रभलीन कौर बीबी दलेर कौर के समर्थन में आ गईं। प्रभलीन ने कहा कि सिखी बाणे वाली महिलाओं को धमकाया जा रहा है। हमसे अच्छी तो वो हैं जो नंगी होकर वीडियो डालती हैं। घटना के बाद से दलेर कौर डिप्रेशन में हैं। वह ढंग से सो नहीं पा रही हैं।

बता दें कि 22 दिसंबर को बीबी दलेर कौर का गुरदासपुर के पंजगराइयां में धार्मिक समागम था। इसमें बीबी दलेर कौर ने कहा कि जब दशम पिता ने चमकौर की गढ़ी छोड़ी तो अपना कलगी तोड़ा बाबा संगत सिंह को दिया। सिख इतिहास की इस बात पर निहंगों ने बीबी दलेर कौर का विरोध कर दिया। इसकी वजह ये है कि कुछ सिख विद्वान मानते हैं कि दशमेश पिता ने कलगी तोड़ा भाई जीवन सिंह को दिया था।

22 दिसंबर को बटाला के गांव के गुरुद्वारा में दीवान में बोलतीं ढाडी दलेर कौर।

22 दिसंबर को बटाला के गांव के गुरुद्वारा में दीवान में बोलतीं ढाडी दलेर कौर।

बीबी दलेर कौर को लेकर निहंग जत्थेबंदी ने क्या कहा…

  • दलेर को जवाब देना चाहिए था, वक्त मांग लेती: शुक्रवार को फतेहगढ़ साहिब में पहुंची निहंग जत्थेबंदी के निहंग सिंह ने कहा कि किसी ने सवाल पूछ ही लिया तो गलत क्या है। दलेर को ऊंचा नहीं बोलना चाहिए था, सवाल का जवाब देना चाहिए था। सवाल से भागना क्यों। जवाब नहीं था तो वक्त मांग लेतीं। वैसे तो बीबी दलेर कौर खुद को इंटरनेशनल प्रचारक के तौर पर प्रमोट करती हैं। AK-47 की बातें करती हैं और अब सोशल मीडिया पर रो रही हैं। सारा पंजाब भी उसके आंसू देखकर और भावुक होकर उसके साथ खड़ा हो गया है।
  • भुच्चो वाले साध के खिलाफ क्यों नहीं बोली: निहंग जत्थेबंदी के निहंग सिंह ने कहा कि मैं बीबी दलेर कौर से पूछना चाहता हूं कि जब भुच्चो वाला साध श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बराबर कुर्सी लगाकर बैठ गया था तब क्यों नहीं बोली। अब तो सोशल मीडिया पर बहुत रो रही हैं। मेरी इस बात पर बहुत से विद्वान चीखेंगे। मैं सवाल पूछना चाहता हूं कि अगर बाबा संगत सिंह चमकौर की गढ़ी में शहीद हुए तो उनका शहीदी स्थान क्यों नहीं बना, उनकी यादगार क्यों नहीं बनी। आज अगर बीबी से किसी ने सवाल पूछ लिया तो सारा पंजाब बोल रहा है। हमें तो समझ नहीं आ रहा कि बीबी के साथ क्या धक्का हो गया। सवाल ही तो पूछा था, जवाब दे देती। नहीं पता था तो कह देती कि विचार करके बताउंगी। सवाल से क्यों भागना चाहिए।
  • शहीदी दिहाड़ा भूल लोग बीबी के पीछे लगे: निहंग जत्थेबंदी ने कहा कि बीबी दलेर कौर का मसला इतना बड़ा नहीं है। हम शहीदी दिहाड़ा भूलकर बीबी के पीछे लगे हैं। बिना मतलब से ये मुद्दा बना लिया गया है। बात दो बाटों में अमृत छकने के खिलाफ होनी चाहिए। जात-पात के खिलाफ बोलना चाहिए। निहंगों ने कहा कि फतेहगढ़ साहिब भी पवित्र स्थान है, इसे भी पवित्र शहर का दर्जा दिया जाना चाहिए। वैसे पंजाब गुरुओं का है, अगर गुजरात सराकर पूरे गुजरात को ड्राई घोषित कर सकती है, तो पंजाब को क्यों नहीं। क्या पंजाब के CM की टांगों में जान नहीं है।
फ्तेहगढ़ साहिब शहीदी सभा में बीबी दलेर कौर के मसले पर बोलते निहंग सिंह।

फ्तेहगढ़ साहिब शहीदी सभा में बीबी दलेर कौर के मसले पर बोलते निहंग सिंह।

कीर्तनी जत्थे की प्रभलीन ने दलेर को लेकर क्या कहा…

  • धमकाने वाले कहां के सिख, क्या बदमाशी करेंगे: कीर्तनी जत्थे की प्रभलीन कौर ने कहा- बीबी दलेर कौर का विरोध होने की घटना का पता चलने पर दिल बहुत दुखी हुआ। पहले ही महिलाएं सिख प्रचारक कम हैं, ऊपर से आप लोग इनको धमका रहे हैं। धमकाने वाले कहां के सिख हैं। अगर आपको उस बहन का प्रचार नहीं अच्छा लगा तो क्या आप बदमाशी करेंगे। कह रहे हैं कि जहां भी प्रचार करेगी वहां पर आकर विरोध करेंगे।
  • मुझे भी कहा था, मुंह पर थप्पड़ मारेंगे: प्रभलीन ने कहा- मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था। मुझे भी कहा था कि जहां भी प्रभलीन कौर प्रचार करेगी वहां आकर उसके मुंह पर थप्पड़ मारेंगे। आज मेरी बीबी दलेर कौर के पति से बात हुई। मुझे पता चला कि मेरी बहन अभी भी डिप्रेशन में है। वो मॉर्निंग 6 बजे सो पाई थी। मैंने उनको 9 बजे कॉल की थी, लेकिन बात नहीं हो पाई। मेरा भी जब विवाद हुआ था तो दलेर कौर मेरे साथ खड़ी हुई थी।
  • महिला को धमकाने वाले सिख ही नहीं: प्रभलीन ने कहा- ये किस चीज के सिख हैं जो एक महिला को धमका रहे हैं। सिख को मुगलों की फौज के बीच से बीबिओं को छुड़वाकर लाते थे। मैं बीबी दलेर कौर के एक-एक आंसू का दुख समझ सकती हूं। टांगें खींचने वाले बाहर वाले नहीं हैं, अपने ही धमका रहे हैं। अकेले नगर कीर्तन निकालने या लंगर निकालने से सिखी का प्रचार नहीं होता।
  • नंगी होकर वीडियो डालने वाली हमसे अच्छी हैं: प्रभलीन ने कहा- हमारे से लाख गुना अच्छी तो वो लड़कियां हैं, जो नंगी होकर वीडियो डालती हैं और आप मजा लेने के लिए वहां पर कमेंट करते हैं। ये लोग अपनी कौम के ही हैं। मुझे ये बात बोलने में कोई शर्म नहीं है। कभी आप दलेर कौर की आईब्रो पर कमेंट करते हैं। आपने किसी की आईब्रो से क्या लेना है। मेरे मुंह, दांतों और नाक पर भी कमेंट करते हैं। अब जैसे है तो है, इसमें क्या कर सकते हैं। नाक का ट्रीटमेंट करवाने में 3 लाख लगते हैं, जिनको अच्छा नहीं लगता पैसे दे दें, ट्रीटमेंट करवा लेते हैं।
दलेर कौर के समर्थन में कीर्तनी जत्थे की प्रभलीन कौर ने जारी किया वीडियो।

दलेर कौर के समर्थन में कीर्तनी जत्थे की प्रभलीन कौर ने जारी किया वीडियो।

निहंग रसूलपुर का बीबी दलेर कौर को खुला समर्थन..

  • दलेर कौर के रोने के पीछे कोई तो वजह: निहंग बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर ने कहा कि दलेर कौर के बारे में कुछ गलत कहा तभी वो रो-रोकर अपनी बात कह रही है। बीबी दलेर कौर ने पुरी दुनिया में नाम कमाया है। वह दलेर है और उसके रोने के पीछे कोई तो वजह है। उसने अपना दुखड़ा रोया है। मैं उन निहंगों को कहना चाहता हूं कि जो बीबी दलेर कौर को बिना कपड़ों के देखना चाहते हैं, वह अपने घर की तरफ देखें।
  • जहां दलेर कौर का दीवान लगेगा मैं खड़ा रहूंगा: निहंग बाबा रसूलपुर ने कहा कि जहां भी बीबी दीवान लगाएगी मैं उसके साथ खड़ा हूंगा। हम वहां पहुंचेंगे। अकाल तख्त के जत्थेदार को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। कलगी तोड़े के बहाने लोगों को जात-पात में बांटा जा रहा है। इन्हीं कारणों से तो कई सिख परिवार क्रिश्चियन बन गए।
  • जिनको विरोध का शौक, वह न्यूजीलैंड जाएं: निहंग बाबा रसूलपुर ने कहा- बेटियों के बारे में गंदी बातें करने वालों निहंगों को पीटा जाना चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या विरोध करने वाले दशम पिता के खानदान से हैं, गुरु जी ने कलगी तोड़ा किसी को भी दिया हो, इसमें विवाद क्यों है। जिन लोगों को विरोध करने का ज्यादा शौक है वो जाएं न्यूजीलैंड। वहां क्यों नहीं बोले, जहां नगर कीर्तन का विरोध किया गया।
हरजीत सिंह रसूलपुर ने बीबी दलेर कौर का समर्थन किया।

हरजीत सिंह रसूलपुर ने बीबी दलेर कौर का समर्थन किया।

निहंग सिंह बाबा राजा राज ने किया विरोध

  • दलेर कौर को सोशल मीडिया पर नहीं आना चाहिए था: निहंग सिंह बाबा राजा राज ने कहा कि शहीदी दिहाड़ों में ऐसी बातें अच्छी नहीं लगतीं। बीबी रो-रोकर बता रही हैं कि उनको घेरा गया, उनसे बदसलूकी हुई। ये मसला इतिहास का था। इसमें ये था कि निहंगों ने बाबा जीवन सिंह का इतिहास सुनाने को कहा था। इस विवाद में बीबी दलेर कौर ने जो शब्द बोले वो कहने नहीं चाहिए था। भावुक होकर दलेर कौर ने कई कुछ कह दिया। हालांकि बाबा पंजाब सिंह ने कहा है कि उन्होंने तो उसे बेटी कहकर ही संबोधित किया। 13-13 संस्था वालों के साथ भी विवाद निपट गया है, बीबी दलेर कौर ने उनसे माफी मांग ली है। ये सोशल मीडिया है, यहां चीज तेजी से फैल जाती है। भावुक होकर इस पर कुछ नहीं बोलना चाहिए।
  • बाबा संगत सिंह का चमकौर की गढ़ी में इतिहास है: निहंग बाबा राजा राज ने कहा- बहुत सारे रागी ढाडी बाबा जीवन सिंह और संगत सिंह पर सुनाते हैं। पंथ के बहुत से लेखक हैं, जिन्होंने अपनी-अपनी तरह से दोनों को दशमेश पिता द्वारा कलगी तोड़ा सौंपने की बात कही गई है। ये विवाद लंबे समय से चल रहा है। 16 नवंबर 2003 में पांच प्यारों के अगुआई में ये निर्णय हुआ था कि कलगी तोड़ा संगत सिंह जी को सौंपा गया था। इसके बाद चमकौर सिंह में बाबा संगत सिंह दीवान हाल लिखा गया। गढ़ी के नीचे को उतरने वाले गेट पर भी बाबा संगत सिंह गेट लिखा है। बाबा जीवन सिंह के बारे में भी ऐसा ही लिखा गया है। इसलिए ये सारा कन्फ्यूजन है। अगर हरजीत सिंह रसूलपुर बीबी दलेर कौर के समर्थन में जाना चाहता है तो जाए। हम उसकी तरह बयान भी नहीं दे सकते। जत्थेदारों को इस मामले में दखल देना चाहिए।
बाबा राजा राज ने किया बीबी दलेर कौर के सोशल मीडिया पर आने का विरोध।

बाबा राजा राज ने किया बीबी दलेर कौर के सोशल मीडिया पर आने का विरोध।

कौन है बीबी दलेर कौर, जिनको लेकर विवाद हो रहा…

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पंजाब की महिला सिख प्रचारक के विरोध का मामला गर्माया:निहंग बोले- धमकी नहीं दी; दलेर ने कहा था- आए दिन नंगी फोटो डालते हो

पंजाब में महिला सिख प्रचारक ढाडी दलेर कौर के विरोध का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीबी दलेर कौर ने यहां तक कह दिया कि आप जो आए दिन नंगी फोटो डाल देते हो, इतना तुम्हें दलेर कौर को नंगी देखने की इच्छा हो रही है। मैंने फिर भी सब कुछ बर्दाश्त किया (पढ़ें पूरी खबर)

पंजाब की महिला सिख प्रचारक का विरोधियों पर गुस्सा फूटा:बोलीं- गुंडे इकट्‌ठे किए, स्टेज पर नहीं जाऊंगी

सिख धर्म का प्रचार कर रहीं जालंधर की बीबी दलेर कौर का विरोधियों पर गुस्सा फूटा है। गुरदासपुर में दीवान (धार्मिक सभा) के दौरान सरेआम उनका विरोध किया गया। इसके बाद धमकी भी दी गई कि वह जहां भी प्रोग्राम करेंगी, उनका विरोध किया जाएगा (पढ़ें पूरी खबर)



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Ludhiana Lady Doctor Wins ₹3 Lakh on KBC Season 17| Amitabh Bachchan | लुधियाना की लेडी डॉक्टर ने KBC में ₹3 लाख जीते: बोलीं- 8 साल से ट्राई कर रही थी, 9 सवालों के सही जवाब दिए, ड्यूटी के साथ की पढ़ाई – Ludhiana News


KBC की हॉट सीट पर अमिताभ बच्चन के साथ बात करतीं डॉ. पूजा मल्होत्रा।

पंजाब के लुधियाना की लेडी डॉक्टर ने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) में 3 लाख रुपए जीते हैं। उन्होंने बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर 9 सवालों के सही जवाब दिए। एनेस्थिसिया की डॉक्टर पूजा मल्होत्रा ने बताया कि वह 8 साल से इसकी कोशिश कर

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इस बार KBC के 17वें सीजन में यह सपना पूरा हुआ। डॉ. पूजा ने कहा कि मेरा मकसद रुपए जीतने से ज्यादा KBC के मंच तक पहुंचना था। इसके अलावा अमिताभ बच्चन के सामने बैठकर उनसे बातें करना था।

फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड जीतने के बाद डॉ. पूजा मल्होत्रा का रिएक्शन कुछ ऐसा रहा।

फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड जीतने के बाद डॉ. पूजा मल्होत्रा का रिएक्शन कुछ ऐसा रहा।

हॉस्पिटल की ड्यूटी करते हुए भी पढ़ाई नहीं छोड़ी KBC में हिस्सा लेने के बाद डॉ. पूजा मल्होत्रा ने बताया कि उन्होंने 2017–18 से KBC में जाने की कोशिश शुरू की थी। परिवार बच्चों और हॉस्पिटल की ड्यूटी के बावजूद उन्होंने किताबें पढ़ना, करंट अफेयर्स न्यूजपेपर और इंटरनेट से GK की तैयारी कभी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कई बार लगता था शायद न हो पाए पर हर साल प्ले अलॉन्ग खेलती रहीं। इससे उनका ज्ञान बढ़ता गया और हौसला भी। आखिरकार 2025 में मेरी मेहनत रंग लाई।

फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट की कॉल को पहले फेक समझा डॉ. पूजा मल्होत्रा ने बताया कि लगातार क्विज में हिस्सा लेती रहीं और अंक आते रहे। 16 नवंबर को टीम KBC की ओर से GK टेस्ट के लिए कॉल आई। उसी दिन पर्सनल इंटरव्यू भी हुआ। 1 दिसंबर को ऑफिशियल कॉल आई कि आप KBC की फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट के लिए शॉर्टलिस्ट हो गई हैं। पूजा ने कहा मैंने कॉल 3 बार कन्फर्म कराया कि कहीं ये फेक तो नहीं। जब पक्का हुआ तो यकीन ही नहीं हुआ कि सपना सच होने जा रहा है।

KBC के सेट पर जाकर लगा टारगेट अचीव कर लिया डॉ. पूजा मल्होत्रा ने कहा कि KBC का सेट किसी मंदिर जैसा पवित्र लगा। लगता था जैसे सारी मेहनत सफल हो गई। अमिताभ बच्चन सामने थे, यह अपने आप में जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। उनके मुताबिक हर सवाल को वे शांति से समझकर लॉजिक लगाकर खेलती रहीं। उन्होंने 9वें प्रश्न तक खेला और 3 लाख रुपए की राशि जीती।

जब डॉक्टर पूजा से पूछा गया कि वह कितनी रकम जीतना चाहती थीं तो उन्होंने कहा- सच कहूं तो जीत की राशि से ज्यादा खुशी इस बात की थी कि मैं KBC जैसी इतनी बड़ी लैगेसी का हिस्सा बनी। पैसे तो हर कोई ज्यादा ही जीतना चाहता है पर मेरे लिए यह मंच पर पहुंचना ही सबसे बड़ी उपलब्धि थी।

पढ़िए, किन सवालों का जवाब देकर डॉ. पूजा 3 लाख रुपए जीतीं

पहला प्रश्न: आमतौर पर भोजन के अंत में इनमें से क्या खाया जाता है? जबाब: डेजर्ट

दूसरा प्रश्न: ओलिंपिक खेलों में दूसरे स्थान पर रहने वाले व्यक्ति या टीम को कौन सा पदक मिलता है? जबाब: रजत

तीसरा प्रश्न: ड्रोमेडरी’ जिसके एक कूबड़ होता है, किस जानवर का एक प्रकार है? जबाब: ऊंट

चौथा प्रश्न: इनमें से किस खिलाड़ी को लोगों ने उनके पेशेवर खेल के दौरान ‘लेग पैड’ पहने हुए देखा होगा? जबाब: विराट कोहली

पांचवां प्रश्न: भरत मुनि द्वारा लिखित ‘नाट्यशास्त्रम’ किस भाषा का एक ग्रंथ था? जबाब: संस्कृत

छठवां प्रश्न: थाइरॉइड ग्रंथि के बढ़ने से गर्दन में सूजन होने को क्या कहते हैं? जबाब: घेंघा

सातवां प्रश्न: 1957 में किस देश ने ‘लाइका’ नामक एक कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा था? जबाब: सोवियत संघ

आठवां प्रश्न: इनमें से कौन सी नदी ब्रह्म गिरि पहाड़ियों से निकलती है? (दो लाइफ लाइन ली, पहले 50:50 फिर संकेत सूचक ) जबाब: कावेरी

9वां प्रश्न: किस प्रमुख वास्तुकार ने नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार के भवन की रूपरेखा तैयार की थी, जो 1926 में बनकर तैयार हुआ? (लाइफ लाइन ली ऑडियंस पोल) जबाब: एडविन लुटियंस

10वां प्रश्न: इनमें से किस राज्य में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं है? A: महाराष्ट्र

B: उत्तर प्रदेश

C: आंध्र प्रदेश

D: झारखंड

पूजा ने जवाब दिया– ए, सही– डी



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400 crore loan scam in 33 bodies, 46 thousand files stopped | पीएम स्व निधि योजना: 33 निकायों में 400 करोड़ के कर्ज में घपला, 46 हजार फाइलें रोकीं – Jaipur News



राजस्थान में 400 करोड़ रुपए के कर्ज से जुड़ी प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम-स्वनिधि) योजना जांच के दायरे में आ गई है। करीब 4 लाख लोगों ने योजना के लिए आवेदन किए। बैंकों ने कर्ज पास भी कर दिए। लेकिन कुछ जानकारी भर कर दोबारा सबमिट क

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8 हजार से अधिक आवेदन तो निकायों ने अपने स्तर पर ही रिजेक्ट कर दिए। लाखों लोगों से जुड़ी योजना में इस बंटरबाट पर यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा और सचिव रवि जैन खासा नाराज हैं। उन्होंने गड़बड़ वाले निकायों व अफसरों के खिलाफ सख्त एक्शन की तैयारी की है।

आवेदन करने वालों से आधे लोगों के खाते में ही ट्रांसफर हुई कर्ज की राशि

प्रधानमंत्री स्व निधि योजना में कर्ज के लिए प्रदेश के 3.96 लाख रेहड़ी, थड़ी, पटरी वालों ने आवेदन किया। इनमें से 3.80 लाख आवेदन कर्ज के लिए पात्र मिले। फिर भी 2 लाख 65 हजार 806 बांटने के लिए मंजूरी दी गई और असल में कर्ज का लाभ लेने वाले लाभार्थी घटकर 2 लाख 662 रह गए। 3.58 करोड़ 93 लाख रुपए ही कर्ज बंट पाया। 22716 आवेदन बैंकों ने लौटा दिए। 24 हजार 833 आवेदन निकायों ने पूरे नहीं करवाए।

निगम, पालिकाएं जांच के दायरे में प्रदेश की 33 नगर निगम, नगर पालिकाएं और नगर परिषदों में यह घपला किया गया। इन निकायों ने 10 से कम आवेदन पूरे करवाए और अटकाए रखे। कर्ज पास होने पर भी फाइलों को आगे नहीं बढ़ाया।

3 माह से लगाए जा रहे जिलों में शिविर पिछले 3 माह से प्रदेश के 41 जिलों में पीएम स्व निधि के लिए कैंप लगाए गए। अधूरे आवेदनों पर कर्ज नहीं मिला। हालांकि अटकाए गए आवेदन 1 से 3 साल पुराने ज्यादा हैं।



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All World Maheshwari Mahakumbh to be held in Jodhpur from January 9, 50,000 people to participate | जोधपुर में 9 जनवरी से आयोजित होगा अखिल विश्व माहेश्वरी महाकुंभ, शामिल होंगे 50 हजार समाजजन – Jaipur News


जोधपुर | अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा द्वारा जोधपुर में 9 से 11 जनवरी को अखिल विश्व माहेश्वरी महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इसमें 27 देशों व देश के 440 जिलों से लगभग 50 हजार समाज जन भाग लेंगे।

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जयपुर जिला माहेश्वरी सभा समिति जयपुर के अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र बजाज ने बताया कि देश की लगभग 500 बड़ी कंपनियां में अध्यक्ष- चेयरमैन व अन्य शीर्ष पदों पर कार्यरत माहेश्वरी बंधु भी इसमें शिरकत करेंगे। उपराष्ट्रपति, केंद्रीय गृहमंत्री एवं लोकसभा अध्यक्ष के अलावा 7 केंद्रीय मंत्रियों, 5 मुख्यमंत्रियों और अन्य कई राजनेताओं के इसमें शामिल होने की संभावना है।

इतने बड़े आयोजन की व्यवस्था हेतु जोधपुर के लगभग 180 होटल 70 धर्मशालाएं और जोधपुर से 30 किमी की दूरी तक के अनेकों सामाजिक आवासों को बुक कराया गया है। सारी आवश्यक व्यवस्था इन तीन दिनों में सुव्यवस्थित ढंग से चलती रहे इसके लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का बड़े स्तर पर प्रयोग किया जाएगा। डॉ. सुरेंद्र बजाज ने बताया कि माहेश्वरी समाज एक अत्यंत प्रभावशाली,,जागृत, देश भक्त व सेवाभावी समाज संगठन है।



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Kota: Moving roadways bus catches fire, all 40 passengers escape by jumping out | कोटा : चलती रोडवेज बस में लगी आग, कूदकर बचे सभी 40 यात्री – Jaipur News



जयपुर42 मिनट पहले

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अयाना (कोटा) | बारां-मथुरा हाइवे पर कस्बे के बस स्टैंड मुख्य बाजार में शुक्रवार दोपहर बारां से खाटूश्यामजी जा रही रोडवेज बस के टायरों के पास अचानक आग लग गई। बस में करीब 40 यात्री सवार थे। आग लगते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।चालक ने तुरंत बस को स



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