तेज रफ्तार डंपर से 14 लोगों की जान लेने वाले चालक कल्याण मीणा के 10 एमएल खून में 1.26 एमएल शराब मिली है। यह खुलासा एफएसएल जांच में हुआ है। शरीर में औसतन चार से पांच लीटर खून में 630 एमएल शराब थी। जांच टीम के अनुसार यह नशे की वह अवस्था है जिसमें इंसान
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हादसे के बाद पुलिस ने ब्लड सैंपल काे जांच के लिए एफएसएल लैब में भेजा था। जांच रिपोर्ट शुक्रवार काे हरमाड़ा थाने में भेज दी गई। इसके मुताबिक ब्लड अल्कोहल 0.08% स्तर पर व्यक्ति की निर्णय क्षमता खत्म होने लगती है। लेकिन कल्याण के मामले में यह स्तर लगभग 1.26% था जिसे चिकित्सकीय रूप से “घातक अवस्था” माना जाता है।
“ड्राइवर के ब्लड की जांच रिपोर्ट हमने संबंधित थाने में भेज दी है। जांच में ब्लड में अत्यधिक मात्रा में शराब होना पाया गया है।” -डॉ. अजय शर्मा, एफएसएल निदेशक
डंपर चालक ने जानबूझकर कृत्य किया है, हत्या की धारा जोड़कर केस लाएं : कोर्ट
हरमाड़ा में शराब के नशे में डंपर दौड़ाकर 14 लोगों की जान लेने वाले डंपर चालक के खिलाफ कोर्ट ने सख्ती बरती है। आरोपी कल्याण मीणा को पुलिस ने शुक्रवार को सुबह चौमूं स्थित एसीजेएम-10 कोर्ट में पेश किया। जज सत्येन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि आरोपी ने जानबूझकर यह अपराध किया है। यह दुर्घटना नहीं, हत्या का मामला है। उसने जानबूझकर लोगों को कुचला है। इसलिए आईओ ड्राइवर के खिलाफ हत्या की धारा जोड़कर लाएं।
कोर्ट ने पुलिस को जांच में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। आरोपी को 21 नवंबर तक के लिए जेल भेज दिया। आरोपी कल्याण मीणा ने सोमवार को डंपर दौड़ाकर 4 की जान ले ली थी। डंपर चलाने से पहले उसने शाहपुरा, चंदवाजी में शराब पी थी। नशा करने के बाद बावजूद डंपर चलाया और दर्दनाक हादसा कर दिया।
कल्याण मीणा ने सोमवार को नशे में 400 मीटर में 100 की रफ्तार से डंपर से 14 वाहन, 27 लोगों को कुचला था। 14 लोगों की मौत हो गई थी।
“आरोपी कल्याण मीणा ने जानबूझकर यह अपराध किया है। यह सीधे-सीधे हत्या है। आईओ अगली पेशी पर हत्या के अपराध की धाराएं जोड़ें। पुलिस मामले की अग्रिम जांच में भी गंभीरता बरते।” -सत्येंद्र सिंह, एसीजेएम, चौमूं