महंगाई की मार: सर्दी की सब्जियां तो आई, मगर आमजन की थाली से दूर हुए मटर, पालक व मैथी | Patrika News
सब्जी व्यापारियों के अनुसार, इस बार अक्टूबर- नवंबर में हुई बारिश ने खेतों में खड़ी मटर की शुरुआती फसल को नुकसान पहुंचाया है। कई जिलों में 30 से 40 प्रतिशत तक उत्पादन प्रभावित हुआ है। उत्पादन कम होने की वजह से बाजार में आवक घट गई है। सामान्य तौर पर जहां रोजाना मंडी में 20- 40 क्विंटल मटर की आवक होती है, वहीं इन दिनों यह घटकर 10 क्विंटल रह गई है। व्यापारियों के अनुसार स्थानीय स्तर पर मटर की नई फसल आने में 15 से 20 दिन और लगेंगे। ऐसे में अगले सप्ताह तक कीमतें तेज रहने की आशंका है। किसानों का कहना है कि बारिश से फसल में जलभराव और कीट रोग बढ़ गए हैं, जिससे पैदावार कम हुई। कई खेतों में पौधे सड़ गए, जिन क्षेत्रों में फसल बची भी है वहां दाना छोटा और हल्का है।

