ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजस्थान में सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ऑपरेशन त्रिशुल चल रहा है। मंगलवार को बाड़मेर-जालोर सीमा पर गांधव-बांकासर एयर स्ट्रीप फाइटर प्लेन उतरेंगे। एयर स्ट्रीप पर इमरजेंसी लैडिंग करेंगे। इसको लेकर एयरफोर्स ने पूरी तैयारी कर दी है। वहीं हा
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दरअसल, इस एयर स्ट्रीप पर पहली बार अगस्त 2021 में फाइटर प्लेन का ट्रायल हुआ था। उस में टच एंड गो ऑपरेशन हुआ था। उस समय केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आए थे। यह एयर स्ट्रीप पर जगुआर, सुखोई-30, मिग, एएम-32 , हरक्युलिस, एसयू-30 एमकेआई समेत कई फाइटर प्लेन का ट्रायल हो चुका है।
एयर स्ट्रिप पर आधा दर्जन फाइटर प्लेन का ट्रायल हो चुका
भारत-माला प्रोजेक्ट के तहत बॉर्डर के अगड़ावा में एनएच- 925ए पर हवाई पट्टी बनी है। आम दिनों पर इस पर हाइवे का ट्रेफिक दौड़ेगा, लेकिन युद्ध जैसे हालात बने तो इसे मिनी हवाई अड्डे के रूप में इस्तेमाल करेंगे। वायुसेना इसको कवर करेगी और यहां से फाइटर प्लेन उड़ान भरेंगे। भारत की यह पहली हवाई पट्टी है, जबकि जर्मनी, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, फिनलैड, स्विजरलैंड, सिंगापुर समेत कई देशों में पहले से ही इमरजेंसी हवाई पट्टी है।