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आर्च कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस में शुक्रवार को द ह्यूमन लेंस : पोर्ट्रेट्स, पर्पज एंड द पावर ऑफ सीइंग विषय पर एक क्रिएटिव मास्टरक्लास का आयोजन किया गया। इस विशेष सत्र का संचालन कॉलेज की संस्थापक एवं निदेशक आर्चना सुराना ने किया। सत्र की मुख्य वक्ता
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हांगकांग यूनिवर्सिटी से मास्टर्स इन जर्नलिज्म की डिग्री प्राप्त सोनाली देवनानी को येलोस्टोन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2024 में बेस्ट इंटरनेशनल शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने फोटोग्राफी में टेक्सचर, लाइन्स और लाइट जैसे तत्वों की अहम भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने फोटोग्राफी में टेक्सचर, लाइन्स और लाइट जैसे तत्वों की अहम भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान सोनाली ने अपनी तीन प्रमुख डॉक्यूमेंट्री फिल्में एडिक्टेड इनोसेंस, द डेजर्ट प्रिंसेस और द डिवाइन हसल प्रदर्शित कीं, जो सामाजिक सरोकारों और मानव संवेदनाओं पर आधारित हैं। उन्होंने बताया कि एक अच्छी डॉक्यूमेंट्री के लिए गहन रिसर्च और लोगों से जुड़ाव बेहद आवश्यक होता है।
सोनाली ने छात्रों को संवेदनशीलता और उद्देश्यपूर्ण दृष्टिकोण के साथ कहानियाँ रचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कैमरा केवल तस्वीर नहीं खींचता, बल्कि वह इंसान की सोच और नज़रिए को भी प्रतिबिंबित करता है।
सत्र में 70 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और इसे सीखने का प्रेरणादायक अनुभव बताया। विद्यार्थियों ने सोनाली देवनानी के अनुभवों और व्यावहारिक दृष्टिकोण को बेहद उपयोगी और मोटिवेटिंग बताया।
 
         
         
        