बाड़मेर. कार्यक्रम को लेकर पोस्टर विमोचन करते हुए। बाड़मेर | पुष्कर में 9 नवंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय जाट शताब्दी सम्मेलन की तैयारियों को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय टीम ने संयोजक प्रेमसिंह सियाग के नेतृत्व में बाड़मेर में बैठकें आयोजित की। टीम
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प्रेमसिंह सियाग ने बताया कि यह सम्मेलन वर्ष 1925 में पुष्कर में हुए ऐतिहासिक जाट सम्मेलन के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में समाज के हितार्थ आगामी दूरगामी रूपरेखा तय की जाएगी तथा वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा कर समाज के उज्जवल भविष्य की नींव रखी जाएगी। इस अवसर पर सम्मेलन के पोस्टर का विमोचन और आमंत्रण पत्रों का वितरण किया गया।
भेराराम भाखर ने बताया कि हरलाल जाट छात्रावास में आयोजित बैठक में जाट महासभा के प्रदेश सचिव एडवोकेट डालूराम चौधरी, सोनाराम के जाट, बनाराम चौधरी की अध्यक्षता तथा राष्ट्रीय संयोजक प्रेमसिंह सियाग के मुख्य आतिथ्य में समाज के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। इस दौरान डॉ. भरत सारण, पपूराम गोदारा, जोगाराम सारण, प्रेमाराम भादू, बांकाराम सियाग ने ब्लॉकवार सूची बनाने, आवागमन के वाहनों की व्यवस्था तथा जनजागरण अभियान को लेकर सुझाव दिए। किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान में बलवंतसिंह चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में चौधरी रामदान की मूर्ति पर मालार्पण किया गया। वहीं वीरेंद्र धाम में युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें समाज के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक व व्यावसायिक मुद्दों पर चर्चा की गई।
बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, हरीश चौधरी तथा पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई को आमंत्रण पत्र सौंपे गए। एडवोकेट डालूराम चौधरी ने बताया कि बाड़मेर जिला मुख्यालय और 14 ब्लॉकों से समाज के लोग 20 बसों व सैकड़ों छोटे वाहनों से पुष्कर के जाट विश्राम स्थली पहुंचेंगे। इसके लिए ब्लॉकवार 5-5 प्रबुद्धजनों की टीमें गठित की गई हैं, जो ग्राम पंचायत स्तर पर पीले चावल और आमंत्रण पत्र देकर समाजजनों को सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण दे रही हैं।