Manpower tender scam in medical college | मेडिकल कॉलेज में मैनपावर टेंडर घोटाला: 170 कार्मिकों से ज्वाइनिंग से पहले ​21 हजार के डीडी लिए, लौटाए नहीं – Barmer News

Manpower tender scam in medical college | मेडिकल कॉलेज में मैनपावर टेंडर घोटाला: 170 कार्मिकों से ज्वाइनिंग से पहले ​21 हजार के डीडी लिए, लौटाए नहीं – Barmer News



मेडिकल कॉलेज बाड़मेर के मैनपावर टेंडर में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। कॉलेज व अस्पताल में कार्यरत कुशल, अकुशल व अर्द्ध कुशल कार्मिकों के समय पर वेतन भुगतान, एरियर, ईपीएफ, फर्म का कार्मिकों से 21 हजार 700 के डीडी लेने सहित मामले सामने आए हैं।फर्म ने

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श्रम विभाग के नियमानुसार किसी भी कार्मिक के खाते में शुरुआत से अब तक 10 तारीख तक सैलरी जमा नहीं हुई, वहीं दो-दो महीने की सैलरी के लिए कार्मिक चक्कर काटते रहे।मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में ठेके पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर, हेल्पर, गार्ड सहित स्टाफ लगातार अस्पताल, कॉलेज प्रशासन व जिला प्रशासन को समय पर वेतन भुगतान, एरियर, ईपीएफ, फर्म का कार्मिकों से 21 हजार 700 के डीडी लेने सहित मामलों को लेकर ज्ञापन दिए।

कार्मिकों की ओर से राज्यमंत्री के.के. विश्नाई को एक बार, संभागीय आयुक्त को 3 बार, कलेक्टर टीना डाबी को 3 तथा तत्कालीन कलेक्टर निशांत जैन को एक बार, पूर्व अधीक्षक डॉ. बी.एल. मसूरिया को 3 तथा अस्पताल अधीक्षक हनुमानराम चौधरी को 2 बार व भाजपा नेताओं को ज्ञापन देते हुए अवगत करवाया गया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ लीपापोती हुई।

4 लाख टर्नओवर, फिर भी 9 करोड़ का टेंडर दिया

नाइस सिक्योरिटी- खुलासा हुआ है कि नाइस सिक्योरिटी एंड सर्विसेज के सालाना 4 लाख टर्नओवर के बावजूद 9 करोड़ का टेंडर जारी किया गया। मैसर्स प्रहलाद नारायण कांट्रेक्टर ने जनवरी से नवंबर 2023 तक कार्मिकों का करीब 42 लाख 68 हजार से अधिक राशि का एरियर ही नहीं दिया। जुलाई 2024 के पीएफ की राशि कार्मिकों के खातों में जमा नहीं करवाई। फर्म ने एक महीने पहले यानी 30 जून को ही सभी पीएफ खातों से एग्जिट कर लिया। कार्मिकों को एक महीने की सैलरी का नुकसान हुआ।

यश सिक्योरिटी- यश सिक्योरिटी एंड सर्विसेज जोधपुर ने जून व जुलाई 2025 का पीएफ खातों में ही नहीं डाला। फर्म की ओर से नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन सहित 170 कार्मिकों में प्रत्येक से 21 हजार 700 रुपए के डीडी लिए। इससे 36 लाख 89 हजार की राशि जुटाई गई। अब कार्मिक फर्म मालिक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन फर्म टेंडर पूरा होने का हवाला देकर कार्मिकों को लौटा रही है। नाइस सिक्योरिटी एंड सर्विसेज को 2 अगस्त 2025 को नया मैनपावर टेंडर जारी किया गया। अगस्त व सितंबर की बढ़ी हुई सैलरी व पीएफ का भुगतान भी नहीं किया।

6 साल में 7 फर्मों को टेंडर दिए, सर्वाधिक यश सिक्योरिटी के

कॉलेज में सितंबर 2019 से मई 2020 तक भाटी सिक्योरिटी जोधपुर, 1 जून 2020 से 31 जुलाई 2021 तक मैसर्स यश सिक्योरिटी एंड सर्विसेज जोधपुर, मैसर्स लीड डिटेक्टिव एंड सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड को फरवरी 2021 से जून 2022 तक, 1 जुलाई 2020 से 31 जुलाई 2021 तक मैसर्स रूरल हेल्थ एजुकेशन डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, 1 अगस्त 2021 से 30 सितंबर 2022 तक यश सिक्योरिटी एंड सर्विसेज को मैनपावर के टेंडर दिए गए।1 अगस्त 2021 से 31 मार्च 2022 तक कोविड लैब के लिए मैसर्स लीड डिटेक्टिव एंड सिक्योरिटी को टेंडर दिया गया। 1 अक्टूबर 2022 से 31 जुलाई 2024 तक मैसर्स यश सिक्योरिटी जोधपुर व मैसर्स प्रहलाद नारायण कांट्रेक्टर को टेंडर दिया गया। 2024-25 के लिए 1 अगस्त 2024 से 31 जुलाई 2025 तक के लिए मैसर्स यश सिक्योरिटी व 2 अगस्त 2025 से नाइस सिक्योरिटी को टेंडर दिए गए।

“मेडिकल कॉलेज में मैनपावर टेंडर की जांच जारी है। 7 सदस्यीय कमेटी जांच में जुटी है। कॉलेज में पहले भी मैनपावर टेंडर में पीएफ, एरियर, समय पर सैलरी का भुगतान नहीं होने, कार्मिकों से डीडी लेने की शिकायतें मिली हैं, मामले की पूरी जांच की जाएगी।”

-यशार्थ शेखर, एसडीएम, बाड़मेर

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