मंगलवार को अमेरिकी बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेज गिरावट देखने को मिली। सोमवार को भी सोना-चांदी की बड़ी तादाद में बिकवाली की गई थी। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चांदी तीन सप्ताह का निचले स्तर तक उतर गए। इसके मद्देनजर मंगलवा
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। इसके साथ 14 अक्टूबर से अब तक जयपुर में चांदी 35,500 रुपए प्रति किलो यानी 19.39 फीसदी और 17 अक्टूबर से अब तक सोना 11,900 रुपए प्रति दस ग्राम यानी 8.84 फीसदी सस्ता हो चुका है। बता दें, दिवाली से पहले 14 तारीख को चांदी ने 1.83 लाख रुपए किलो और 17 तारीख को सोने ने 1,34,500 रुपए प्रति दस ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छुआ था। उधर, सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर के उपाध्यक्ष मनीष खूंटेटा का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील की उम्मीद से सुरक्षित निवेश के लिए अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी के साथ दिवाली के बाद स्थानीय बाजार में सोना-चांदी की भौतिक खरीद कम हो गई है। लोग पुराने सौदों को को निपटाने के साथ ऊंची कीमत पर प्रॉफिट बुक कर रहे हैं। हालांकि, शाम से सोना-चांदी की कीमत में सुधार हुआ है। लेकिन फिलहाल बाजार में तेज उतार-चढ़ाव की संभावना बरकरार है। सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर के भाव : चांदी (999) 147.5 चांदी रिफाइनरी 147 रुपए प्रति ग्राम। सोना स्टैंडर्ड 12,260 रुपए, सोना जेवराती 11,460 तथा वापसी 11,160 रुपए प्रति ग्राम।
दुनिया के बड़े संस्थानों का अनुमान… सोने में गिरावट अस्थायी
जेपी मॉर्गन ने सबसे मजबूत अनुमान देते हुए कहा है कि 2028 तक सोने की कीमत 6,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकती है। उनका मानना है कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का चक्र शुरू होने और मुद्रा के खिलाफ बचाव की चिंताओं से सोने की वृद्धि की क्षमता मजबूत होती है।
फेड की बैठक के नतीजों से तय होगी सोने-चांदी में तेजी-मंदी
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की आेपन मार्केट कमेटी (एफआेएमसी) की दो दिवसीय बैठक अमेरिकी समय के अनुसार बुधवार दोपहर को फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ समाप्त होगी। इसमें होने वाले निर्णय का सीधा असर सोना-चांदी की कीमतों पर पड़ना लगभग तय है। जानकारों के मुताबिक, फेड नीति निर्माताओं के बीच ब्याज दर कटौती को लेकर मतभेद है। कुछ सदस्य मानते हैं कि ब्याज दर कटौती से महंगाई बढ़ सकती है, जबकि कुछ वैश्विक मंदी से निपटने तथा अर्थव्यवस्था को बढ़ावे के लिए कटौती के पक्ष में है। उधर, कमोडिटी विशेषज्ञ अजय केडिया के अनुसार अमेरिका भारत और रूस को मनाने की कोशिश कर रहा है। चीन के साथ ट्रेड डील पर आगे बढ़ रहा है। व्यापार बाधाएं और भू-राजनीतिक तनाव कम होने की खबर से गोल्ड में प्रॉफिट बुकिंग हावी है। कीमतें गिरने की प्रमुख वजह…
1. अमेरिका-चीन व्यापार समझौता: आसियान सम्मेलन में अमेरिका-चीन के बीच व्यापार ढांचा समझौते पर सहमति। भू-राजनीतिक तनाव घटा। 2. रिकॉर्ड ऊंचाई से मुनाफा वसूली: सोना हाल ही में 4,380 डॉलर प्रति आउंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। भू-राजनीतिक तनाव घटने से निवेशकों ने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए प्रॉफिट बुकिंग शुरू की। 3. ईटीएफ से रिकॉर्ड बिकवाली: संस्थागत निवेशकों ने मई के बाद से सबसे बड़ी साप्ताहिक बिकवाली की। जोखिम कम होने पर सोने से पूंजी निकालकर शेयर बाजार में लगा रहे, जहां तेजी दिख रही है।
संस्थान 2025 लक्ष्य 2026 2028 अपडेट की तिथि
जेपी मॉर्गन $3,675/औंस $5,055/औंस $6,000/औंस 23 अक्टू. 25
मॉर्गन स्टेनली — $4,400/औंस — 21 अक्टू. 25
रॉयटर्स पोल — $4,275/औंस — 27 अक्टू. 25