एडवोकेट मौत के मामले में जयपुर में भी शुक्रवार सुबह से हाईकोर्ट और जिला एवं सेशन कोर्ट के बाहर वकीलों ने प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया।

जयपुर: सीकर के खंडेला में गुरुवार को एडवोकेट हंसराज मावलिया के SDM कोर्ट में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा लेने और बाद में उसकी मौत के मामले में जयपुर में भी शुक्रवार सुबह से हाईकोर्ट और जिला एवं सेशन कोर्ट के बाहर वकीलों ने प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया।

न्यायिक कार्यों का भी बहिष्कार किया। इस दौरान सुनवाई भी प्रभावित हुई।

वकीलों के रास्ता रोकने के कारण जगह जगह जाम के हालात बने रहे। कलेक्ट्रेट सर्कल के सभी रास्तों पर बेरिकेड्स लगाकर नारेबाजी करते हुए वकीलों ने प्रदर्शन किया। करीब 6 घंटे रास्ता रोकने के बाद वकीलों ने एमआई रोड की तरह आने वाले रास्ते को खोल दिया, लेकिन एक तरफ सड़क पर टेंट लगाकर देर रात तक वकील धरने पर बैठे रहे।

खंडेला में शव के साथ परिजन धरने पर बैठे

उधर, खंडेला में शुक्रवार सुबह 11 बजे परिजन मावलिया का शव लेकर SDM ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। पूर्व विधायक अमराराम, बंशीधर खंडेला वकीलों और परिजनों ने एसढीएम और एसएचओ को सस्पेंड कर गिरफ्तार करने, मुवावजा देने और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की। इस दौरान सीकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सहित जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन द्वारा दिन भर लगातार उचित करवाई करने का आश्वासन देते हुए समझाइस का प्रयास किया, लेकिन दो बार वार्ता के बाद भी कोई सहमति नहीं बनी। परिजनों का कहना है की हंसराज की मौत के बाद घर में कोई कमाने वाला नहीं है। पुरे घर की जिम्मेदारी हंसराज पर थी। परिवार में पत्नी व दो बच्चे हैं। छोटा भाई लक्ष्मण दिव्यांग है।

SDM और SHO पर धारा 306 का केस

आत्मदाह के प्रयास के बाद परिजनों ने एसडीएम और एसएचओ पर आईपीसी की धारा 306 के तहत केस दर्ज करवाया गया था। वहीं एसडीएम द्वारा धारा 307 और 120 में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।

मानवाधिकार आयोग ने लिया प्रकरण में प्रसंज्ञान

वकील के आत्मदाह करने के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेते हुए इस मामले में मुख्य सचिव, डीजीपी, सीकर कलेक्टर और एसपी से 15 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने अपने आदेश में कहा कि तथ्यों से जाहिर होता है कि उपखंड अधिकारी, खंडेला विधि विरुद्ध काम करते थे और उन्होंने अधिवक्ता हंसराज को वकालत बर्बाद करने की धमकी दी थी। इसके अलावा एसडीएम की शह पर खंडेला थानाधिकारी ने भी हंसराज को धमकी दी थी।

इस मामले में सीकर जिले के कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा- मामले में उचित करवाई की जाएगी। मृतक के परिजनों को न्याय मिले और उचित मुआवजा मिले इसकी कोशिश कर रहे हैं। समझाने की कोशिश की जा रही है। दो बार वार्ता हुई है।

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