मिसाइलें फ्यूज़बैक्टन बनाम कई विमान यात्री! ईरान और इजराइल में चल रहा है अलग ही 'माइंड वॉर'
दिल्ली:
इजराइल पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। सवाल यह है कि ईरान ने किस तरह से मंगलवार रात को उस मिसाइलों की बहार की, इसका जवाब वह किस तरह देगा? इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू बदले की बात कह रहे हैं. उनका कहना है वक्त और जगह बाकी है। इन सबके बीच इजराइल और ईरान में एक अलग ही तरह का युद्ध चल रहा है। यह है माइंडगेम. इसे आप ईरानी हमलों के ठीक बाद इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के उस ट्वीट से समझ सकते हैं, जिसमें उन्होंने पुराने यरूशलम के भी ईरानी हमलों की बात कही है, जिसमें कहा गया है कि यह यहूदी ही नहीं, बल्कि मुसलमानों और ईसाइयों पर भी हमले हैं। से जोड़ा गया था. ईरानी हमलों को लेकर सोशल मीडिया पर भी मुगल साइकोलॉजिकल जंग चल रही है। कहीं ईरानी हमलों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं तो कहीं इजराइल के कमर तोड़ने की बात कही जा रही है। जानिए युद्ध के बीच कैसे चल रहा है ईरान और इजराइल में मानसिक युद्ध।
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मोसाद हेडक्वार्टर रेस्तरां!
ईरान की ओर से दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को दागी गई मिसाइलों को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हेडक्वॉर्टर शेयर करके रख दिया है। इससे पहले हिज्बएब ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था. उन्होंने मंगलवार को कहा था कि मोसाद हेडक्वार्टर का विकास हुआ है। सवाल ये है कि इतना बड़ा नुकसान हुआ तो इजराइल अब तक चुप क्यों है. ईरान के इस दावे को लेकर इजराइल ने अब तक कुछ भी नहीं बताया है. सच्चाई क्या है, यह अभी तक किसी को पता नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि इन साइंटिस्ट के माध्यम से एक एस्कॉर्ट लेने की कोशिश की जा रही है।
इजराइल का आयरन डोम फेल हो गया?
ईरान दावा कर रहा है कि उसके मिसाइल हमले से इजराइल को काफी नुकसान हुआ है। यहां तक कि उनका आयरन डोम भी फेल हो गया. लेकिन इजराइल का कहना है कि दुनिया के सबसे बेहतरीन वायु रक्षा ठिकानों में से एक उनके लौह डोम ने ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया है यानी कि इन मिसाइलों को हवा में ही मार दिया गया है। आयरन डोम इजराइल का रक्षा कवच माना जाता है। ईरान कह रहा है कि उसकी मिसाइल हमले में यह रक्षा कवच विफल साबित हुआ है, इसी वजह से वह इजरायल में बड़ा नुकसान करने में सफल हुआ है। सोशल मीडिया पर दोनों देशों के समर्थक आमने-सामने हैं।
ईरान के हाइपरसोनिक सिस्टम ने इजराइल के आयरन डोम को फेल कर दिया, पकड़ सकते हो तो पकड़ लो 🇮🇷
अंततः हमारे फिलिस्तीनी समुदाय के लिए राहत की सांस ❤️🤲🏻
आपने वास्तव में साबित कर दिया कि आपके पास मुस्लिम उम्माह को आदेश देने का अधिकार है
ईरान जिंदाबाद #ईरान pic.twitter.com/E4q9Dwe9N7– डॉ.अदनान सिद्दीकी (@iammMASK) 1 अक्टूबर 2024
20 एफ-35 फाइटर जेट स्ट्रेंथ
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया जा रहा है कि रात के अंधेरे में उसका दावा है कि इजराइल के 20 अमेरिकी F-35 फाइटर जेट को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने तो बड़ी खूबसूरती में इजरायली टैंकों को नुकसान पहुंचाने की बात भी कही है। बता दें कि F-35 दुनिया की आधुनिक पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू जेट पेटेंट में शामिल हैं, जो इजराइल की एयर डिफेंस की सेना में शामिल हैं। बिल्कुल अलग हैं ईरान के ये आरोप, इजराइल के आतंकियों से बिल्कुल अलग. इसमें कितनी सच्चाई है, इसकी भी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। लेकिन जंगी जंग चल रही है।
कम से कम 40 नग F-35 को ईरानी मिसाइल ने नष्ट कर दिया।pic.twitter.com/QB1slbKuL2
— (@islamMuddassir) 2 अक्टूबर 2024
ईरान मिसाइल फ़्यूज़आउट?
ईरान ठीक ही है इजराइल में भीषण तबाही मचाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यहूदी देश का तो कुछ और ही कहा जाता है. इजराइल तो कह रहा है कि ईरान के 180 मिसाइलों से कुछ हुआ ही नहीं. उनका आयरन डोम इतना मजबूत है कि उन्होंने मिसाइलों की हवा में ही खात्मा कर दिया, जिसकी वजह से किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। और तो और उनके नागरिक तो पहले से ही बैंकों में स्थित थे, तो ईरानी मिसाइलों ने नुकसान पहुंचाया था किसे?
1000 से 1500 मिसाइल दागने का दावा
ईरान का कहना है कि उसने 180 मिसाइलें दागीं लेकिन इजराइल के पूर्व सैनिक बेनी बेंजामिन का दावा है कि ईरान ने इजराइल की तरफ एक हजार 1500 मिसाइलें दागीं। ये हमला अप्रैल में हुए हमलों से भी काफी बड़ा था. अब मिसाइलों को लेकर भी दोनों का दावा अलग-अलग है. आख़िर ऐसी ही कुछ बातें दोनों करना क्या चाह रहे हैं, ये इशारा करने वाली बात है।
यहूदी ही नहीं, मुस्लिमों, ईसाइयों को भी नहीं छोड़ा जा सकता
इजरायली सेना का दावा है कि ईरान ने सिर्फ यहूदियों को ही उत्पाद नहीं बनाया है. वह तो मुसलमानों और ईसाइयों पर भी हमला कर रहे हैं. आईडीएफ ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि ईरान ने यहूदियों के पवित्र स्थल यरूशलम पर मिसाइलों की बहार कर दी है। उन्होंने मुसलमानों और ईसाइयों पर भी हमला किया है। ईरानी साकर हर किसी को सलाह दे रही है।
रॉ फ़ुटेज: मुस्लिमों, ईसाइयों और यहूदियों के पवित्र स्थल यरूशलेम के पुराने शहर पर ईरानी मिसाइलों की बारिश को देखें।
यह ईरानी शासन का लक्ष्य है: हर कोई। pic.twitter.com/rIqUZWN3zy
– इज़राइल रक्षा बल (@IDF) 1 अक्टूबर 2024
दोनों देशो में पोस्टर वॉर
इजराइल पर पहली मिसाइलें दागीं। अब ईरान में भी पोस्ट ऑफिस शुरू हो गया है. उन्होंने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें 11 लोगों के नाम और फोटो छपे हैं. ईरान ने 'इजरायल के हत्यारे' को कहा है. इस पोस्टर में सबसे टॉप पर नाम है प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का। इसके बाद इजराइली रक्षा एजेंसी से लेकर जल, थल और वायु सेना तक सार्वभौम कमांडरों के नाम और फोटो इस पोस्टर पर लगे हैं। ये पोस्टर ईरान ने बिल्कुल उसी तरह जारी किया है, जैसे इजराइल ने हिजबजे को लेकर किया था। ईरान के लोगों को वोट दिया जाता है कि वह जिंदा या मुर्दा है, वह कैसे चाहता है।
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