गौतम अडानी का शिक्षक दिवस संदेश
छात्रों से बड़े सपने देखने का आग्रह करते हुए अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने गुरुवार को कहा कि किसी नेता की असली पहचान उसके द्वारा हासिल की गई उपाधियों से नहीं बल्कि उसके द्वारा पीछे छोड़ी गई विरासत से होती है।
मुंबई के जय हिंद कॉलेज में शिक्षक दिवस पर आयोजित विशेष कार्यक्रम 'ब्रेकिंग बाउंड्रीज' को संबोधित करते हुए श्री अडानी ने 16 वर्ष की आयु में अपनी शिक्षा छोड़ने के निर्णय से लेकर देश के सबसे सफलतम समूहों में से एक के संस्थापक बनने तक की अपनी यात्रा, अपनी प्रेरणाओं, अपने सामने आई चुनौतियों और भारत के एक आर्थिक महाशक्ति बनने की यात्रा के बारे में बात की।
श्री अडानी ने कहा, “अमेरिकी उद्योग के शुरुआती दिग्गजों जैसे जॉन डी रॉकफेलर, कॉर्नेलियस वेंडरबिल्ट या एंड्रयू कार्नेगी पर विचार करें, जिन्होंने बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका के भविष्य को आकार दिया या हमारे अपने दूरदर्शी नेताओं जैसे जेआरडी टाटा, जीडी बिड़ला और धीरूभाई अंबानी, जिन्होंने भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदलने में अमूल्य भूमिका निभाई। इन नेताओं ने सिर्फ व्यवसाय बनाने से ज्यादा किया, उन्होंने विरासत स्थापित की… उन्होंने दिखाया कि एक नेता का असली मापदंड उपाधियों में नहीं बल्कि उनके द्वारा पीछे छोड़ी गई विरासतों में है।”