सीकर,ज़िले का होगा सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए आँकलन
ज़िले का होगा सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए आँकलन
केंद्र सरकार के 2025 तक भारत को क्षय उन्नमूलन के लक्ष्य निर्धारित किए गए है
सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिये भारत सरकार ने किया राजस्थान के सीकर, पाली, बारां, झालावाड़,बाडमेर और प्रतापगढ़ जिलों का प्राथमिक रूप से चयन
सीकर। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर, आईएपीएसएम डब्ल्यूएचओ की संयुक्त टीम वर्ष 2015 से अब तक टीबी उन्नमूलन के लिए किए गए कार्यो का आँकलन किया जाएगा। इस सयुक्त टीम द्वारा वर्ष 2015 की तुलना में वर्तमान में टीबी के इंसीडेंस में कितनी गिरावट जिले ने दर्ज की है का आंकलन किया जायेगा। इसके लिए मुख्यतः प्रत्येक टीबी रोगी को खोजने के लिये जिले में वर्ष वार कितनी जाँचे की गई, एनएन टी, पब्लिक और प्राइवेट में टीबी की दवा की खपत, निक्षय में नोटिफिएड रोगियों के ट्रीटमेंट कार्ड का सत्यापन, रोगियों, चिकित्सा अधिकारियों, स्टाफ, एलटी, एएनएम और आशा इंटरव्यू लिया जाएगा। साथ ही जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, पब्लिक और प्राइवेट चिकित्सकों, दवा विक्रेताओं से ग्रुप डिसकशन भी किया जायेगा। जिले में प्रत्येक ब्लॉक के लगभग एक हजार घरों सहित जिले के कुल दस हजार घरों का सर्वे भी किया जायेगा। सर्वे कि शुरुआत भारत सरकार द्वारा नीम का थाना में टोड़ा, खंडेला में दौलतपुरा, श्रीमाधोपुर में श्रीमाधोपुर शहर वार्ड नं 15, दांता में जलुण्ड, धोद में सिंगरावट, लक्ष्मणगढ़ में बठोठ, फतेहपुर में कांगनसर एवं थिमोली, पिपराली में सिंघासन और सीकर शहर में वार्ड नं 27 से निर्धारित किया गया है। सर्वे में किसी गाँव/पंचायत/वार्ड में टीबी का एक भी नया रोगी नहीं पाये जाने पर क्षेत्र को टीबी घोषित कर, जिला स्तर पर सम्मानित भी किया जायेगा।
सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्नमूलन कार्यक्रम का संचालन प्रभावी रूप में किया जा रहा है। विगत दो वर्षों में कोरोना महामारी के दौरान भी टीबी रोगियों कि जाँच और उपचार सुनिश्चित किया गया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल सिंह ने बताया कि जिले में टीबी उन्नमूलन के समग्र प्रयास किये जा रहे है। सब नेशनल सर्टिफिकेशन के लिये तैयारियां कि जा रही है। सर्वे टीम को डब्ल्यू एच् ओ द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। सर्वे टीमें अपने अपने क्षेत्रों हेतु रवाना हो चुकी है। सर्वे में रिकॉर्ड संधारण ऑनलाइन रियल टाइम बेसिस पर हर घर मे जियो टैगिंग के माध्यम से होगा। सर्वे में टीबी संभावित रोगीयों पाये जाने पर उनकी सिबिनाट/ट्रू नाट जाँच के सैंपल लेकर निकटवर्ती लैब में करवाई जाएगी। जिले में वर्तमान में चार स्थानों -जिला क्षय निवारण केंद्र/टीबी क्लिनिक एस के अस्पताल, जिला अस्पताल नीम का थाना, उप जिला अस्पताल अजीतगढ़ और उपजिला अस्पताल फतेहपुर में यह जाँचे संपादित कि जा रही है
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